झांसी। कोरोना संक्रमित पत्नी की देखभाल के लिए छुट्टी न मिलने पर इस्तीफा देने वाले सीओ सदर मनीष चन्द्र सोनकर को आखिरकार समझा ही लिया गया। इसके चलते श्री सोनकर ने मंगलवार को अपना इस्तीफा वापस ले लिया। श्री सोनकर ने इसकी पुष्टि करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि ‘झांसी रेंज के डीआईजी जोगेंद्र कुमार ने उनसे फोन पर बात कर परिवार की स्थिति और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली, उनकी परिस्थितियों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में मुझे छुट्टी मिलनी चाहिए थी। डीआईजी रेंज झांसी से हुई वार्ता से संतुष्ट हूं।
इसके साथ ही सोनकर ने आगे लिखा है कि डीआईजी की एडीजी जोन कानपुर और डीजीपी से वार्ता हुई है। समस्त उच्च अधिकारी इस संकट के समय मेरे साथ हैं और हमारे साथ कुछ भी गलत नहीं होगा। डीआईजी रेंज झांसी से हुई वार्ता से मैं पूरी तरह संतुष्ट हूं कि उन्होंने एक सब-ऑर्डिनेट के दर्द को समझा। मेरे परिवार के कई लोग उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े हैं और निरंतर सेवाएं दे रहे हैं और कई लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। सीओ मनीष चन्द्र सोनकर ने कहा कि इस पूरे प्रकरण से उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगा है, इसलिए मैं अपनी तरफ से प्रकरण को बंद करना चाहता हूं। मैंने भावनागत मनोस्थिति में जो त्यागपत्र दिया था, उसको अस्वीकृत करने के लिए उच्चाधिकारियों से निवेदन करता हूं। गौरतलब है कि एसएसपी रोहन पी कनय पर कोविड संक्रमित पत्नी की देखभाल के लिए छुट्टी न देने का आरोप लगाकर सोनकर ने 2 मई को इस्तीफा दे दिया था। इस खबर के सोशल मीडिया की सुर्खियां बनने से पुलिस प्रशासन पर उंंलियां उठना शुरू हो गई। इसके साथ ही पीपीएस एसोसिएशन के द्वारा डीएसपी मनीष सोनकर के समर्थन में उतर आने से पुलिस प्रशासन बैकफुट पर आ गया और मामला बिगड़़़ते देख सोनकर को समझा लिया गया।