– तहसील की कार्यप्रणाली से मण्डलायुक्त बेहद नाराज, बैठाई जांच, वेतन रोका, स्पष्टीकरण मांगा
झांसी। प्रदेश सरकार के नये निर्णय के अनुसार शनिवार को आयोजित प्रथम तहसील दिवस पर मण्डलायुक्त अजय शंकर पाण्डेय आज अचानक बिना कोई कार्यक्रम के जनपद ललितपुर की तहसील तालबेहट पहुंच गये। मण्डलायुक्त के एकाएक तहसील पहुंचने से खलबली मच गई। परन्तु मण्डलायुक्त का औचक निरीक्षण के लिये तहसील तालबेहट को चुनना उनके पिछले एक महीने के कार्यकाल में मिले फीडबैक पर आधारित था।
ज्ञातव्य है कि मण्डलायुक्त प्रतिदिन अपने कार्यालय में मण्डल से आने वाले विभिन्न लोगों की शिकायतों को सुनते हैं तथा तहसीलों सहित जनपदों की विभिन्न विभागों की कार्यप्रणाली के बारे में फीडबैक लेते हैं। मण्डलायुक्त कार्यालय में सूत्रों के अनुसार इस फीडबैक के आधार पर तहसील तालबेहट की बहुत ज्यादा शिकायतें थीं और इसलिये जमीनी सच्चाई जानने के लिये आज अचानक तालबेहट तहसील पहुंच गये। सामान्यतः मण्डलायुक्त उन तहसीलों का निरीक्षण करते हैं, जहां पर जिले के जिलाधिकारी तहसील दिवस कर रहे होते हैं। जिलाधिकारी की उपस्थिति में तहसील दिवस पूरी तैयारी के साथ आयोजित होते हैं और बहुत सी जमीनी सच्चाई सामने नहीं आ पाती।
मण्डलायुक्त ने तहसील दिवस में पहुंचते ही उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों/ कर्मचारियों की सूची मंगवाई, सूची में चिकित्सा, राजस्व तथा विकास विभाग के कुल-14 अधिकारी अनुपस्थित पाये गये। मण्डलायुक्त ने सभी अधिकारियों का वेतन रोकते हुये स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिये हैं। मण्डलायुक्त से तहसील तालबेहट के वकीलों का एक प्रतिनिधि मण्डल मिला। प्रतिनिधि मण्डल से मण्डलायुक्त ने तहसील की कार्यप्रणाली में गिनाई गई कमियों को लिखित रूप में देने का अनुरोध किया और उन्हें आश्वस्त किया कि कार्यप्रणाली में सुधार अवश्य परिलक्षित होगा। तहसील दिवस पर प्राप्त गंभीर शिकायतों को उन्होंने अतिरिक्त प्रतियां तैयार कराकर अपने पास विशेष जांच के लिये रख लिया है, जिसमें पुलिस विभाग के 3, राजस्व विभाग के 4 तथा विकास विभाग के 2 प्रकरण हैं। मण्डलायुक्त ने अपर आयुक्त (प्रशासन) झॉसी मण्डल, झॉसी को तहसील की समग्र कार्यप्रणाली पर जांच करने के लिये आदेश भी जारी कर दिया है। मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये हैं कि तहसील में न्यायालय से लेकर जनसुनवाई तक जनता से जुडे़ प्रत्येक मामले में क्या अनियमितताएं बरती जा रही है उसे उद्घोषित करें, उसके लिये जो सरकारी तंत्र जिम्मेदार है उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही करें। साथ ही सुधार के उपाय भी प्रस्तावित करें। मण्डलायुक्त ने जिलाधिकारी, ललितपुर को भी दूरभाष पर अपनी अप्रसन्नता से अवगत करा दिया है।