झांसी। झांसी जिला कारागार में निरुद्ध विचाराधीन बंदी झांसी के मोंठ की ग्राम सभा बुढावली के पूर्व प्रधान रहीस यादव (35) की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। इस प्रकरण में परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।

बताया गया है कि झांसी के मोंठ की ग्राम सभा बुढावली के पूर्व प्रधान रहीस यादव (35) एससी/एसटी एक्ट व गैंगस्टर के मामले में 22 जुलाई 2020 से झांसी जिला जेल में बंद थे। उनके साथ ही उनके दो भाई शिवशंकर व हरिशंकर भी जेल में हैं। जेल प्रशासन के मुताबिक मंगलवार की सुबह अचानक रहीस यादव की हालत बिगड़ गई। इस पर जेल के चिकित्सक की सलाह पर उसे उपचार हेतु मेडिकल कॉलेज भेजा गया। लेकिन, मेडिकल पहुंचने से पहले ही रहीस ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। इसकी खबर लगने पर मृतक के परिजन व शुभचिंतक मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। वहां मृतक के पिता उदय नारायण ने हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि रहीस को रंजिशन जहर देकर मारा गया है। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मौत का कारण स्पष्ट होगा। उधर, पोस्टमार्टम हाउस के बाहर जमा भारी भीड़ को देखते हुए क्षेत्राधिकारी नगर व दो थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।