झांसी। संघर्ष सेवा समिति के अध्यक्ष संदीप सरावगी नेतृत्व में पीड़ित परिवार ने लापता युवक की तलाश कराने के लिए एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई। एसएसपी के आश्वासन के बाद पीड़ित परिवार घर लैटा तो कुछ ही घंटे में युवक सकुशल घर लौट आया तो सभी ने राहत की सांस ली।

बताया गया है कि बल्लू साहू निवासी बंगला घाट गोपाल की बगिया के पास का पुत्र ऋषभ साहू (22 वर्ष) 24 जुलाई को सुबह दुकान पर जाने की बात कहते हुए घर से निकला और फिर वापस नहीं लौटा, अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिला। पीड़ितों ने संबंधित चौकी प्रभारी को इस मामले से अवगत कराया पर ध्यान नहीं दिया गया। इसके उपरांत पीड़ित परिवार ने थाना कोतवाली को प्रार्थना पत्र देकर अनहोनी की आशंका जताते हुए शिकायत दर्ज कराई लेकिन उस पर कोई कारवाई ना होने के कारण आज क्षेत्र की महिलाओं व परिवार रिश्तेदारों सहित संघर्ष सेवा समिति के अध्यक्ष संदीप सरावगी नेतृत्व में पीड़ितों ने एसएसपी से अपनी पीड़ा बया की। संदीप सरावगी ने लापता लड़के की मां और बहन के आंसू पूछते हुए आश्वासन दिलाया कि आपका पुत्र सही सलामत आपके पास पहुंचेगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के समक्ष पीड़ित परिवार की बात को सही ढंग से रखा तदोपरांत पुलिस अधीक्षक द्वारा आश्वासन दिया गया कि इस पर सख्त कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और आपका पुत्र सही सलामत आपके पास होगा। इस मौके पर पीड़ित परिवार के साथ क्षेत्र की महिलाएं व पुरुष व रिश्तेदार एवं संघर्ष सेवा समिति के फिरोज खान, लखन गौतम, राजू सेन, राकेश अहिरवार, विशाल पिपरैया, विकास पिपरैया, इंदर गौतम, धर्मेंद्र चौधरी, राकेश गुप्ता, बसंत गुप्ता, सुशांत गेडा, रामकुमार ज्ञानी, महेश साहू, सत्तार बाबा, चंद्रमोहन तिवारी, विश्वनाथ मिश्रा, रामसेवक, मयंक अन्य लोग उपस्थित रहे। इसके कुछ घंटे बाद ही लापता युवक सकुशल वापस अपने घर लौट आया। इसके बाद पीड़ित परिवार युवक को लेकर कोतवाली पहुंचा और उसके मिलने की जानकारी दी।

हर मुसीबत में संघर्ष समिति साथ : संजीव सरावगी

इधर, संघर्ष सेवा समिति के अध्यक्ष संदीप सरावगी ने कहा कि वह हर मुसीबत में क्षेत्रवासियों के साथ हैं और कोई भी समस्या हो उसके निदान के लिए 24 घंटे तत्पर है। संदीप सरावगी ने कहा की हमारे द्वारा जो भी क्षेत्र का भला हो सके उसके लिए मैं कभी पीछे नहीं हटूंगा समाज सेवा मेरी नस नस में है और समाज के हित में रात हो या दिन आवाम के साथ सुख दुख में साथ रहूंगा।