झांसी। स्टेशन से आपे में सवार होकर फौजी दम्पत्ति जेल चौराहा पहुंचा और आपे चालक झांसा देकर दम्पत्ति का सोने के आभूषण व कपड़ों से भरा बैग लेकर रफूचक्कर हो गया। पीडि़त फौजी आपे चालक की तलाश मेें भटक रहा है।
बताया गया है कि झांसी में सैन्य कालोनी केलिव बिहार निवासी सेना में नायक करतार सिंह यादव अपनी पत्नी मंजू यादव व पुत्री के साथ गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस से आज प्रात: लगभग ११ बजे झांसी आया। दम्पत्ति ने स्टेशन पर निकल कर आपे को जेल चोराहा के लिए तय किया और उसमें सवार हो गए। करतार सिंह ने सूटकेस आपे की सीट के पीछे डाल दिया। जेल चौराहा पहुंच कर दम्पत्ति आपे से उतर गए, किन्तु सूटकेस सीट के पीछे से नहीं उतार पाए। आपे चालक दोनों को वहीं छोड़ कर बस स्टैण्ड की ओर रवाना हो गया। आपे के जाने के बाद दम्पत्ति को होश आया और उन्होंने आपे सहित चालक की तलाश की, किन्तु वह नहीं मिल सका। इस पर वह जेल चौराहा से वापस लौट कर जीआरपी थाने पहुंचे और घटना की जानकारी दी।
फौजी की कहानी सुन कर जीआरपी कर्मियों ने स्टेशन पर जाकर बताए गए आपे व चालक के बारे मेें छानबीन की पर कोई सुराग नहीं लग सका। आपे में रखे सूटकेस में मंजू के लगभग डेढ़-लाख रुपए कीमत के सोने के आभूषण व कपड़े आदि रखे थे।