– मूसलाधार बारिश से नाले-नालियां उबले, सड़कों व गलियों से निकली नदी, नाव चली

झांसी। रविवार व सोमवार को सारे दिन रुक-रुक कर हुई बरसात के पानी से नगर के नाले-नालियों में आए उबाल ने नगर निगम की सफाई व्यवस्था की पोल खुल गई। नगर की सड़कों व गलियों में नदी बहती रहीं, निचले इलाकों में घरों में पानी भरने से लोग परेशान रहे। इसमें कोड़ में खाज बनी विद्युत आपूर्ति का घंटों ठप्प होना।

झांसी में वर्षा के इंतजार की पूर्ती जुलाई के जाते जाते ऐसी होगी इसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। रविवार को  सुबह से लेकर रात तक बारिश होती रही और यही हाल सोमवार का रहा। मूसलाधार बारिश हालत यह हो गई कि जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। दरअसल, झांसी में पिछले कुछ वर्षों से जुलाई के पहले हफ्ते से मानसूनी बारिश शुरू हो जाती थी मगर इस बार अच्छी बारिश 20 जुलाई के बाद से शुरू हुई है। पिछले दस दिनों में सवा सौ मिलीमीटर से भी ज्यादा पानी गिरा है। इससे खेतों में खड़ी फसलों को फायदा हुआ है। साथ ही जिन्होंने फसलों की बुवाई नहीं की थी, उन्होंने भी अब बुवाई कर दी है। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को दिन भर में 20 मिलीमीटर पानी गिरा। वहीं, अब तक 160 मिली मीटर बारिश हो चुकी थी।

इसके बाद सोमवार को रात से लेकर दिन भर जबरदस्त बारिश हुई। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में सर्वाधिक बारिश झांसी में दर्ज की गई। इसके साथ ही 20 साल का रिकॉर्ड टूट गया। झांसी में रविवार को तकरीबन तीन बजे बारिश शुरू हुई थी, जो सोमवार रात तक लगातार जारी रही। इस दौरान 28 घंटे तक लगातार मूसलाधार बारिश हुई। सोमवार को एक ही दिन में 180.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। इससे पहले अगस्त माह में सर्वाधिक बारिश का आंकड़ा 2001 में दर्ज किया गया था। 20 साल पहले 16 अगस्त को जनपद में 174.3 मिमी बारिश हुई थी। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में झांसी जनपद में सर्वाधिक बारिश हुई। जबकि, ललितपुर प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा। इधर, दोनों दिन मूसलाधार वर्षा के साथ नगर की विद्युत आपूर्ति ठप्प रहने से लोग परेशान रहे।