झांसी। बच्चों की मनमर्जी व शौक भी अजीबोगरीब हैं। मोबाइल गेम खेलने से मना करने पर बिहार की एक बालिका घर से भाग निकली और महोबा के तीन बच्चे घर से भाग कर झांसी सिर्फ इसलिए भाग आए क्योंकि उन्हें लिफ्ट व स्वचालित सीढ़ियों पर खेलना था। तीनों झांसी स्टेशन पर पकड़े गए।

7 अगस्त को लगभग 09.10 बजे रे0सु0ब0 पोस्ट झांसी स्टेशन के उप निरीक्षक रविन्द्र सिंह राजावत, हमराह उप निरीक्षक उमा यादव, आरक्षक कालूराम मीणा को दौराने गस्त झाॅसी स्टेशन के निकास द्वारा पर लगभग 16 वर्षीय किशोरी संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए मिली। पूछताछ में किशोरी ने बताया कि उसका नाम रीता (काल्पनिक नाम) निवासी- तिलइया थाना सिरदल्ला जिला नवादा, बिहार है। पूछने पर बालिका ने बताया कि वह मोबायल पर गेम खेलती रहती थी जिससे उसके पापा-मम्मी ने बहुत डांटते रहते थे। इससे नाराज होकर वह अपने घर से तकरीबन 06-07 दिन पहले भाग निकली। तब से वह ऐसे ही इधर-उधर घूम रही है । उक्त किशोरी को पोस्ट पर लाकर प्रभारी निरीक्षक के  आदेशानुसार अग्रिम कार्यवाही हेतु रेलवे चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया गया।

इसके अलावा 7 अगस्त को सुबह लगभग 09 बजे रे0सु0ब0 पोस्ट झांसी स्टेशन के उप निरी0 रविन्द्र सिंह राजावत, हमराह उप निरीक्षक उमा यादव, महिला आरक्षक मनप्रीत कौर व टीओपीबी प्रिवेंशन टीम को दौराने गस्त झाॅसी स्टेशन के प्लेटफार्म नं0 2 पर तीन नाबालिक बालक/बालिकाऐं संदिग्ध अवस्था में एस्कलेटर व लिफ्ट पर घूमते हुए मिले। पूछ-ताछ करने पर उन्होंने अपना नाम 1. सुमित अनुरागी पुत्र ग्यासी अनुरागी उम्र- 09 वर्ष निवासी- सिटीगार्ड मोहल्ला बस स्टेण्ड के पास थाना कोतवाली जिला महोबा उ.प्र, 2. संध्या पुत्री सोनी साहू उम्र-08 वर्ष निवासी उपरोक्त 3. आरती पुत्री चन्दू ढीमर उम्र- 09 वर्ष निवासी उपरोक्त है। उन्होंने बताया कि उनको उनके दोस्तों ने बताया था कि झाॅंसी रेलवे स्टेशन पर लगी स्वचालित सीढ़ियों व लिफ्टों में चढ़ने व उतरने में बहुत अच्छा लगता है। इसके कारण वह तीनों 6 अगस्त को इन्टरसिटी एक्स्पे्रस द्वारा महोबा से झाॅंसी आए हैं व तब से यहीं घूम रहे हैं। उक्त बच्चों को आरपीएफ पोस्ट पर लाया गया और प्रभारी निरीक्षक के आदेशानुसार अग्रिम कार्यवाही हेतु उप निरीक्षक रविन्द्र सिंह राजावत ने रेलवे चाइल्ड लाइन झांसी की सुपुर्दगी में दे दिया।