झांसी। बुन्देलखंड निर्माण मोर्चा की ओर से अखंड बुन्देलखंड क्षेत्र के समस्त वर्तमान एवं पूर्व सांसदों, विधायकों व राज्य निर्माण समर्थक जनप्रतिनिधियों को अनेक बार पत्र लिखकर आग्रह किया कि वह प्रधानमंत्री, गृहमंत्री एवं अपने राजनैतिक दल के अध्यक्ष को पत्र लिखकर बुन्देली भावनाओं से अवगत कराते हुए अखंड बुन्देलखंड ( उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश) शीघ्र बनाने का अनुरोध किया जाए।
 मोर्चा ने घोषणा की है पत्र नही लिखने वाले वर्तमान जनप्रतिनिधियों के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन एवं चुनाव में खुला विरोध किया जाए, उन्हें चुनावी बुन्देली नही बनने दिया जाएगा। चुनाव मे बुन्देली बनने वालों को अब भागना पड़ेगा। इसी क्रम में पूर्व एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के घेराव का कार्य  प्रारम्भ कर दिया गया है। मोर्चा की पूर्व घोषणानुसार उत्तर प्रदेश सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री एवं बुन्देलखंड राज्य निर्माण समर्थक हरगोविन्द कुशवाहा का चौराहा कचहरी पर घेराव किया गया। हालांकि घेराव उनके निवास पर जाकर किया जाना था पर उनकी गाड़ी सामने आते देख उनको कचहरी चौराहे पर घेर लिया।
 दर्जा प्राप्त मंत्री हरगोविन्द कुशवाहा ने पत्र लिख कर मोर्चा को सौंपते हुए कहा कि बिना राज्य बने बुन्देलखंड का विकास नही है। उन्होंने कहा वे बुन्देलखंड राज्य निर्माण के पक्ष में थे, है एवं रहेंगे। अपने राजनैतिक दल के उचित मंचों पर वे बात उठाते आये है एवं उठाते रहेंगे। घेराव करने वालो में भानू सहाय, अशोक सक्सेना,  रघुराज शर्मा, हमीदा अंजुम, उत्कर्ष साहू, कुँवर बहादुर आदिम, गिरजा शंकर राय, मक़बूल सिद्दीकी, अन्नू मिश्रा, मुकेश वर्मा, नरेश राय, गोविंद सोनकर, प्रदीप झा, गोलू ठाकुर, प्रेम सपेरा, प्रभु कुशवाहा, सईदा बेगम आदि बड़ी संख्या में बुन्देली योद्धा शामिल रहे।