– झांसी दुर्ग में फसाड लाइट एवं लाइट एण्ड साउण्ड प्रोग्राम का 2 अक्टूबर होगा उद्घाटन
– स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत बनेगा एडवेंचर पार्क व लक्ष्मीबाई पार्क में आधुनिक प्लैनेटेरियम 
– मेडिकल कॉलेज और इलाइट चौराहे के पास बनेगी मल्टी लेवल पार्किंग 
– पहुंज नदी का होगा सौंदर्यीकरण, प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने के निर्देश 
– पिंक टॉयलेट में महिलाओं को निशुल्क सुविधाएं दी जाएं
झांसी। झांसी स्मार्ट सिटी के अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं के निर्माण कार्य की समीक्षा करते हुये सांसद अनुराग शर्मा ने स्मार्ट सिटी के कार्यो की धीमी प्रगति सहित समय सीमा पूर्ण हो जाने के बाद भी परियोजनाओं के अपूर्ण रहने पर कड़ा असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कार्यदाई संस्था से जुड़े अधिकारी जनहित के कार्यो को पूर्ण संवेदनशील होकर निर्धारित समय सीमान्तर्गत पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। जो कार्य प्रगति पर है उनकी लगातार मॉनिटरिंग के साथ उच्च अधिकारियों द्वारा लगातार स्थलीय निरीक्षण करते हुए उन्हें जल्द पूर्ण किया जाये ताकि अन्य कार्यो को टेकअप किया जा सके। सांसद ने स्मार्ट सिटी के अंतर्गत चल रहे विभिन्न प्रोजेक्ट्स के कार्यो में आवश्यक गति लाये जाने के परिप्रेक्ष्य में अधिकारियों से कहा कि जनहित के कार्यो को निर्धारित समय सीमा में ही पूर्ण किया जाना सुनिश्चित किया जाये ताकि जनमानस को लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने झांसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड के कार्यो की बिन्दुवार समीक्षा करते हुये कहा कि अभी तक मात्र ₹ 185.87 करोड़ की 8 परियोजना ही शत प्रतिशत पूर्ण की गई है और झांसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड अंतर्गत ₹ 243.61 करोड़ की 27 परियोजनाएं प्रगति पर है। उन्होने कहा कि स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत ₹ 271.41 करोड़ की 13 परियोजनाएं निविदा प्रक्रिया अंतर्गत हैं तथा झांसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड अंतर्गत पूर्व निर्धारित 8 परियोजनाएं राशि ₹ 143.58 के स्थान पर नई 6 परियोजनाएं शामिल की गई जिसकी लागत ₹201 करोड़ है कि परियोजना वार समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि परियोजना की जो समय सीमा निर्धारित की गई है उसी सीमा के अंतर्गत कार्य पूर्ण किया जाए ताकि लोगों को लाभ प्राप्त हो सके।
सांसद ने कहा कि जो कार्य जनता के लिए किये जा रहे हैं उसकी जानकारी जनप्रतिनिधियों को अवश्य दी जाए। उन्होंने स्मार्ट सिटी के अंतर्गत 40 ओपन जिम बनाए जा रहे हैं उक्त कार्य दिसंबर माह तक पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। विधायक सदर रवि शर्मा द्वारा नगर में बनाए गए पिंक टॉयलेट में महिलाओं को सुविधाएं न दिए जाने पर नाराजगी व्यक्त की, उन्होंने कहा कि महिलाओं से सुविधा शुल्क लिया जा रहा है जो अनुचित है तथा सुविधाएं भी नहीं दी जा रही। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी पिंक टॉयलेट में पिंक बोर्ड के माध्यम से सभी जो सुविधाएं दी जा रही हैं उसे पिंक बोर्ड में लिखा जाए और शौचालय में उसे लगाया जाए ताकि लोगों को सुविधाओं की जानकारी प्राप्त हो सके। उन्होंने पिंक टॉयलेट के आसपास इंफोर्समेंट को भी हटाए जाने का सुझाव दिया ताकि महिलाओं को आने जाने में असुविधा ना हो।
झांसी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्टस की पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी देते हुये नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय ने बताया कि झांसी लक्ष्मी बाई पार्क में आधुनिक प्लैनेटेरियम बनाया जायेगा ताकि बच्चे सौर मण्डल को समझ सकें। उन्होने बताया कि पानी वाली धर्मशाला का सुंदरीकरण का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है अवशेष कार्य जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा तथा आंतिया तालाब का सुंदरीकरण कार्य माह नवंबर 2021 तक पूर्ण किया जाना है, कार्य प्रगति पर है। उन्होने बताया कि जीआईसी, लक्ष्मी तालाब, महिला थाना सार्वजनिक पार्कों में योग केंद्र झांसी जिले के लिए 6 इलेक्ट्रिक व्हीकल 5 पार्को में वाईफाई हॉटस्पॉट सौर ऊर्जा लैंप झांसी किले में पर्यटकों के लिए अन्य सुविधाएं आदि के कार्यो की जानकारी दी,और बताया कि टैण्डर जारी किया जा चुके है जल्द ही कार्य प्रारम्भ हो जायेंगे।
 बैठक में जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने झांसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड अंतर्गत कार्यदाई संस्था द्वारा किए गए कार्यों पर नाराजगी व्यक्त की और बताया कि संस्था द्वारा रिपोर्ट में कई कार्यों को पूर्ण होना दर्शाया गया परंतु मौके पर कार्य अपूर्ण पाए गए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के अंतर्गत वाटर एटीएम  का कार्य मई 2021 को पूर्ण होना था, वह अभी भी क्रियाशील नहीं है, उन्होंने उक्त कार्य 10 सितंबर 2021 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। नगर के 87 स्थानों पर सोलर पावर पैनल लगाया जाना था जिसका कार्य माह अगस्त 2021 तक पूर्ण होना था अभी तक प्रारंभ नहीं किया गया है। स्मार्ट सिटी के अंतर्गत 87 सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य 89.1 करोड़ की धनराशि से कराया जाना था परंतु कार्यदाई संस्था द्वारा 27 जगहों पर ही उक्त कार्य प्रारंभ कराया गया। जिलाधिकारी ने कार्यों में गति लाए जाने के निर्देश दिए ताकि सभी कार्य अपने निश्चित समयावधि में पूर्ण किए जा सकें। उन्होंने झांसी स्मार्ट सिटी के अंतर्गत 60 करोड़ से डोर टू डोर कूड़ा संग्रह करने हेतु परियोजना के संबंध में कहा कि अब नगर में कूड़ा अथवा गंदगी दिखाई नहीं देगी। उन्होंने कार्यदाई संस्था से कहा कि जहां कोई समस्या हो तो कोई समस्या हो तो तत्काल अवगत कराएं उसे दूर किया जाएगा। उन्होंने स्मार्ट सिटी द्वारा बस सेवा के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्य में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए। परियोजनाओं की बिंदुवार समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने विभिन्न परियोजनाओं के कार्यों की धीमी प्रगति पर गहरा असंतोष व्यक्त किया। झांसी शहर में वाहनों की समस्या के निस्तारण के लिए मेडिकल कॉलेज तथा इलाइट चौराहे के पास मल्टी लेवल पार्किंग बनाए जाने का निर्णय लिया गया तथा सर्वे करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि 9 करोड़ 22 लाख की लागत से आउटडोर डिजिटल साइन बोर्ड विभिन्न स्थलों पर लगाए जाने हैं, उन्होंने निर्देश दिए कि जिला प्रशासन द्वारा 20 चिन्हित स्थानों पर उक्त साइन बोर्ड लगाए जाएं ताकि लोगों को योजनाओं के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं भी प्राप्त हो सके।
 झांसी स्मार्ट सिटी में पहुंज नदी के विषय में सांसद ने कहा कि यह बेहद महत्वपूर्ण नदी है इसके माध्यम से क्षेत्र में जल संकट को समाप्त हो सकता है, उन्होंने सुंदरीकरण हेतु प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने शिवपुरी बाईपास पर 26 एमएलडी की क्षमता का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जाने, बुंदेलखंड सांस्कृतिक केंद्र के निर्माण जिसमें राष्ट्रकवि मैथिली शरण गुप्त सहित अन्य लोगों की जीवनी चित्रित हो के कार्यों को भी स्मार्ट सिटी के प्रस्ताव में शामिल किए जाने के निर्देश दिए।
 बैठक में मेयर रामतीर्थ सिंघल, एडीएम राम अक्षयवर चौहान, अपर नगर आयुक्त शादाब असलम, प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ. एसएन सेंगर, डॉक्टर अंशुल जैन, बुंदेलखंड व्यापार मंडल अध्यक्ष श्री संजय पटवारी, सीवीओ डा. वाईएस तोमर, पीएमसी सलाहकार के बी सिहं, सांसद प्रतिनिधि अतुल अग्रवाल व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।