– साक्षरता दिवस से हिन्दी दिवस तक कार्यक्रमों की श्रृंखला 
झांसी। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी के हिन्दी विभाग द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का आयोजन करते हुए हिन्दी सप्ताह का शुभारम्भ किया गया। हिन्दी सप्ताह का औपचारिक शुभारम्भ करते हुए हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. पुनीत बिसारिया ने कहा कि हिन्दी विश्व की सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में एक है, जिसमें रोज़गार की सर्वाधिक संभावनाएं हैं। साक्षरता की दृष्टि से आधिकारिक तौर पर हिन्दी पढ़ और लिख लेने वालों की संख्या के मामले में यह विश्व की तीसरी सबसे बड़ी भाषा है, जिसे हाल ही में  विद्वानों ने विश्व की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा माना है और डॉ जयंती प्रसाद नौटियाल के शोध को मान्यता देते हुए भारत सरकार ने भी इसकी पुष्टि की है। 14 सितम्बर सन 1949 को संविधान सभा ने हिन्दी को भारत की राजभाषा के स्थान पर प्रतिष्ठित किया था, इस उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है और सितंबर माह में देश विदेश में हिन्दी से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसी क्रम में हिन्दी विभाग द्वारा बुन्देलखण्ड परिक्षेत्र के विश्वविद्यालय के सभी विभागों के विद्यार्थियों, महाविद्यालयों एवं स्कूलों के कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों में मातृभाषा के प्रति लगाव उत्पन्न करने के उद्देश्य से हिन्दी सप्ताह का आयोजन किया किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत 9 सितम्बर को ‘‘विश्व शान्ति के लिए निरस्त्रीकरण एकमात्र उपाय है’’ विषयक वाद-विवाद प्रतियोगिता,  10 सितम्बर को ‘‘सोशल मीडिया वरदान या अभिशाप’’ विषयक भाषण प्रतियोगिता, 11 सितम्बर को  ‘‘हिन्दी का भविष्य स्वर्णिम है’’ विषयक निबन्ध लेखन और 13 सितम्बर को स्वरचित कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। 14 सितम्बर को हिन्दी सप्ताह का समापन समारोह एवं विजयी विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरण कुलपति द्वारा किया जायेगा और दोपहर 2 बजे से बुन्देली काव्य पाठ का आयोजन होगा जिसमें बुन्देली के लोकप्रिय कवि अपनी कविताओं का पाठ करेंगे। उन्होनें बताया कि प्रत्येक दिवस कार्यक्रम का आयोजन मध्यान्ह 1 बजे से हिन्दी विभाग में किया जायेगा। उन्होनें बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के विद्यार्थियों से प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने का अनुरोध किया। प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक विद्यार्थी प्रतियोगिता से पूर्व पंजीकरण करा सकते हैं।