– जल संस्थान के बाद अब झांसी विकास प्राधिकरण निशाने पर
– अवर अभियन्ताओं को अब देना होगा अवैध अतिक्रमण न होने का लिखित प्रमाण पत्र
– अवैध निमार्ण कार्य को नियन्त्रित, गुणवत्तापरक कायर्वाही एवं जबावदेही तय करना नितान्त आवश्यक

झांसीः मण्डलायुक्त डाॅ. अजय शंकर पाण्डेय ने उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण को निर्देश दिये हैं कि प्रतिदिन उनके कायार्लय कक्ष में जन शिकायतें सुनकर उनके निस्तारण कार्य किया जाता है। विगत कुछ दिनों से झाँसी विकास प्राधिकरण, झाँसी क्षेत्र में अवैध निमार्ण को लेकर तुलनात्मक दृष्टि से अधिक शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। अवैध निमार्ण कार्य को नियन्त्रित करना, गुणवत्तापरक कायर्वाही करना एवं जबावदेही तय करना नितान्त आवश्यक है।
मण्डलायुक्त ने इस संबंध निम्न बिन्दुओं पर कायर्वाही सुनिश्चित किये जाने के निर्देश उपाध्यक्ष जे.डी.ए. को दिये हैं।
अब तक प्राधिकरण क्षेत्र के 10 जोन में अवैध निमार्ण को लेकर पारित आदेशों के संबंध में निधार्रित प्रारूप पर समीक्षा उपरान्त आख्या प्रस्तुत की जाए। जिसके अन्तगर्त अवैध निमार्ण को लेकर पारित आदेश पर कृत कायर्वाही, मौके पर वतर्मान में स्थिति, आदेश के बाद यदि निमार्ण कार्य हुआ है तो क्या कायर्वाही की गयी, सचिव स्तर से 5 प्रकरणों के स्थलीय सत्यापन की रिपोटर् तथा उपाध्यक्ष स्तर से रिपोर्ट के आधार पर पारित आदेश एवं कृत कायर्वाही का विवरण सम्मिलित होना चाहिए। मण्डलायुक्त ने उपाध्यक्ष, जेडीए को निदेर्शित किया है कि वे प्रत्येक जोन में प्रति सप्ताह निमार्ण कार्यों की सूचना संबंधित प्रभारियों से निधार्रित प्रारूप पर प्राप्त करेंगे। जिसमें अवैध निमार्ण यदि कोई हो रहा है तो उसका विवरण एवं तत्संबंधी कृत कायर्वाही का विवरण।
साप्ताहिक सूचना के साथ अवर अभियन्तागण इस आशय का लिखित प्रमाण पत्र देंगे कि इसके अतिरिक्त कोई अन्य अवैध निमार्ण इस सप्ताह में होता हुआ नहीं पाया गया। अवैध निमार्ण संबंधी जितने भी प्रकरण थे, सभी पर कायर्वाही कर दी गयी है। जोन प्रभारियों से प्राप्त सूचनाएं संकलित कर उसकी समीक्षा करते हुए उपाध्यक्ष, झाँसी विकास प्राधिकरण अपने स्तर से कायर्वाही सुनिश्चित करेंगे तथा उसकी एक प्रति मण्डलायुक्त कायार्लय, झाँसी में अपर आयुक्त (प्रशासन) को प्रेषित करें। प्राप्त सूचनाओं के आधार पर मण्डल स्तरीय अधिकारियों की टीम भेजकर प्राप्त रिपोर्ट का सत्यापन कराया जाएगा। जिस भी स्तर पर शिथिलता पायी जाएगी, उसके खिलाफ कठोर कायर्वाही सुनिश्चित की जाएगी।
इस संबंध में मण्डलायुक्त द्वारा अपर आयुक्त (प्रशासन), झाँसी मण्डल, झाँसी को उक्त संबंध में निरन्तर अनुश्रवण करते रहने के निदेर्श दिये हैं। उक्त अदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। मण्डलायुक्त के निर्देश पर गुरुवार को अपर आयुक्त प्रशासन पी.के. सिंह द्वारा झांसी विकास प्राधिकरण, झांसी कायार्लय का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय त्रिभुवन विश्वकर्मा, सचिव, झांसी विकास प्राधिकरण एवं अन्य स्टाफ उपस्थित मिला। कायार्लय उपस्थिति पंजिका के अनुसार कायार्लय में कुल 22 कमर्चारी कायर्रत है तथा सभी उपस्थित मिले।
निरीक्षण के समय आवेदिका प्रेमलता राजपूत द्वारा शिकायत की गयी कि जे0डी0ए0 द्वारा उसको नोटिस देकर उसका कार्य रूकवा दिया जाता है तथा मकान पर लगी शटरिंग को हटवा दिया गया है, परन्तु उसकी बगल में ऊषा देवी द्वारा छत डालने का कार्य किया जा रहा है। इस संबंध में त्रिभुवन विश्वकर्मा सचिव, झांसी विकास प्राधिकरण द्वारा अवगत कराया गया है कि इन दोनों द्वारा जिस जमीन पर निमार्ण कार्य किया जा रहा है उसका भू-उपयोग सिटी पार्क के रूप में है, जिसके लिए उन्हें नोटिस दिया गया है। उक्त प्राथर्ना पत्र के सम्बंध में तत्काल कायर्वाही कर उक्त दोनों व्यक्तियों के निमार्ण कार्य को रूकवा दिया गया है। सचिव, झांसी विकास प्राधिकरण द्वारा आश्वस्त किया गया कि उनके द्वारा एक सप्ताह के अन्दर जांच कर प्रकरण का निस्तारण कर दिया जायेगा। झांसी विकास प्राधिकरण के अन्तगर्त लम्बित/निस्तारित शिकायतों की सूची प्राप्त हो गयी है जिसकी क्राॅस चेकिंग कर अपर आयुक्त प्रशासन द्वारा आख्या प्रस्तुत की जायेगी।