झांसी।  पुलिस स्मृति दिवस पर पुलिस लाइन में शहीद स्मारक पर पुलिस उप महानिरीक्षक झांसी परिक्षेत्र झांसी जोगेन्द्र कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिवहरी मीना तथा जिला कमांडेन्ट 33वीं वाहिनी पीएसी झांसी द्वारा कर्तव्य पथ पर राष्ट्र एवं समाज सेवा का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करते हुए प्राणोत्सर्ग करने वाले शहीद पुलिस कर्मियों के अदम्य साहस, वीरता, पराक्रम एवं शौर्य को नमन करते हुए उनकी स्मृति में पुष्प चक्र अर्पित किए गये ।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक नगर विवेक त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नेपाल सिंह, क्षेत्राधिकारीगण, प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन झांसी के साथ 33वीं वाहिनी पीएसी, राजकीय रेलवें पुलिस, अग्निशमन, कारागार आदि विभागों से अधिकारी/कर्मचारीगण मौजूद रहे।21 अक्तूबर, ‘पुलिस स्मृति दिवस’ के रुप में उन शहीद पुलिस कर्मियों की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने अपने कर्तव्य पथ पर अपने प्राणों की परवाह किये बिना राष्ट्र एवं समाज की सेवा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर करके अपना नाम इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में अंकित कर लिया।

गौरतलब है कि 21 अक्तूबर, ‘पुलिस स्मृति दिवस’ के रुप में उन शहीद पुलिस कर्मियों की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने अपने कर्तव्य पथ पर अपने प्राणों की परवाह किये बिना राष्ट्र एवं समाज की सेवा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर करके अपना नाम इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में अंकित कर लिया। यह गौरव गाथा 62 वर्ष पुरानी है। आज ही के दिन 21 अक्तूबर, 1959 को लद्दाख के बर्फीले क्षेत्र में नियमित गस्त पर निकले ‘केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल’ के दस जवान गस्त कर रहे थे। स्वचालित हथियारों एवं मोर्टारों से लैस चीनी सैनिकों के द्वारा छल पूर्वक एम्बुश लगाकर उन पर हमला कर दिया गया। साधारण हथियारों के बावजूद माँ भारती के सपूतों द्वारा अपने मातृ-भूमि की रक्षा के लिए वीरतापूर्वक चीनी सैनिकों का मुकाबला करते हुए कर्तव्य पथ पर प्राणोत्सर्ग कर दिया।