झांसी। भारतीय मजदूर संघ के आह्वान पर उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ ने भारत सरकार की सार्वजनिक/ सरकारी उपक्रमों के निगमीकरण/ निजीकरण/मुद्रीकरण की नीति के विरोध में रेलवे कारखाना से ऐसी शेड, डीजल शेड, पार्सल ऑफिस, स्टेशन होते हुए मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय तक नारेबाजी करते हुए बाइक रैली निकालकर प्रदर्शन किया एवं प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन मंडल रेल प्रबंधक को यूएमआरकेएस के महामंत्री हेमंत कुमार विश्वकर्मा एवं मुख्य कारखाना प्रबंधक को कारखाना मंडल अध्यक्ष पप्पू राम सहाय के नेतृत्व में सौंपा गया ।

इस दौरान बताया गया कि भारत सरकार के द्वारा बार-बार यह कहा जाता है कि सरकार का कार्य व्यापार करना नहीं है यह एक बहुत बड़ा मिथक है। अनेक देशों में पूजी पतियों द्वारा चलाए जाने वाला यह नैरेटिव भारत में भी जोर पकड़ने लगा है जो भारत जैसे बहुल आबादी वाले देश में संभव नहीं है। साल दर साल यात्री और माल परिवहन के नए कीर्तिमान रखने वाली भारतीय रेल देश के आर्थिक तंत्र की जड़ है जिस पर प्राइवेट कंपनियों के आधिपत्य की योजना उचित नहीं है। कोरोना के संकट काल में पूरे देश में भारतीय तंत्र की कार्यशैली देखी और मुक्त कंठ से सराहना भी की उन्होंने संकटकाल के दौरान जिस तरह से उद्योगपतियों ने अपने यहां कार्य करने वाले कर्मचारियों को बेसहारा छोड़ दिया तो उनको सैकड़ों हजारों किलोमीटर पैदल चलकर घर जाना पड़ गया। कई तो रास्ते में ही काल के गाल में समा गए लाखों करोड़ों मजदूरों को वेतन का भुगतान नहीं किया गया, श्रम कानूनों की धज्जियां उड़ाई गयी लेकिन उद्योगपतियों का किसी सरकार ने कुछ नहीं कर पाया ।

वक्ताओं ने कहा कि यह केवल सरकारी कर्मचारियों की ही लड़ाई नहीं है अपितु समस्त देशवासियों की लड़ाई है। इसके लिए सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्र को बचाने के लिए कर्मचारी, जनता, युवा शक्ति को आगे आना होगा क्योंकि निगमीकरण/निजीकरण होने से गरीब आम जनमानस पर प्रभाव पड़ने वाला है सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेती है तो भारतीय मजदूर संघ एक बहुत बड़ा आंदोलन करेगी । इस दौरान मुख्य रूप से सीके चतुर्वेदी मंडल सचिव एवं जिला अध्यक्ष बीएमएस, अवधेश सक्सेना विभाग प्रमुख, कारखाना मंडल सचिव दया निधि मिश्रा, संजीव वर्मा, हृदेश खेमरिया, कपीश सिंह, विवेक कुणाल, मुकेश यादव, नरेंद्र शर्मा, पी सी मिश्रा, राजीव पांडे, अमित शर्मा, मोहित रायकवार, रमेश चंद्र पटेल, रामवीर सिंह, सतीश कुमार, धीरेंद्र कुशवाहा, आशीष साहू, भूदेव शर्मा, आकाश राजपूत आदि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।