झांसी। थाना गरौठा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम निपान में 6 नवंबर की रात दो पक्षों के बीच हुई कहा-सुनी को लेकर खूनी संघर्ष में दोनों पक्षों के लोग घायल हो गए थे। सोमवार उपचार के दौरान को गंभीर रूप से घायल दो व्यक्तियों की मौत हो जाने पर हंगामा हो गया। एक शव को कोतवाली गरौठा के सामने रख कर रिपोर्ट दर्ज कराने को प्रदर्शन किया गया।

बताया गया है कि घाटकोटरा- जालौन निवासी की रिश्तेदारी निपान गांव में है। कुछ दिन पहले उक्त व्यक्ति की कहा-सुनी गांव के ही युवकों से हो गई थी। उस समय मामला शांत हो गया था, लेकिन शनिवार की रात उक्त युवक अपने कुछ साथियों के साथ पिकअप (यूपी 92 टी 4743) के हाथों में लाठी-कुल्हाड़ी आदि लेकर आ गए  और कुट्टू और खेमचंद पर लाठी व कुल्हाड़ी से वार कर दिया। बीच बचाव को गए दूसरे पक्ष के लोग घायल हो गए। पुलिस ने घायल कुट्टू व खेमचंद व कोटरा निवासी को गुरसराय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहां खेमचंद्र व कट्टू की हालत गंभीर बताई गई। पुलिस ने हमले में प्रयुक्त पिकअप को कब्जे में ले लिया है। यह झगड़ा 6 नवंबर को रात्रि को हुआ था।

मारपीट में गंभीर रूप से घायल कट्टू एवं धर्म को परिजनों ने मेडिकल अस्पताल में भर्ती करा दिया जबकि खेमचंद को पास के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया लेकिन, रविवार रात से कट्टू एवं खेमचंद की हालत बिगड़ने लगी। डॉक्टरों ने रात में ही दोनों के लिए जवाब दे दिया। रात में खेमचंद व सोमवार सुबह कट्टू की मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। परिजन एंबुलेंस से शव को गांव निपान ला रहे थे। गरौठा में कुट्टू के परिवारजन शव को एंबुलेंस से उतारकर कोतवाली के सामने रखकर हंगामा करने लगे और हत्यारों पर मुकदमें लिखे जाने की मांग करने लगे। मृतक कुट्टू के पुत्र ब्रजेंद्र सिंह की तहरीर के आधार पर दर्शन पुत्र सुंदर, प्रताप पुत्र सुंदर, भारत पुत्र सुंदर, खेमचंद्र पुत्र सुंदर, राजपाल पुत्र दर्शन, रंजीत पुत्र दर्शन निवासी निपान व रतन लाल व राजा भैया पुत्र रतन, राजबहादुर पुत्र रतन, राजवीर पुत्र रतन निवासी कोटरा जालौन एवम दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ कुट्टू को कुल्हाड़ी व डंडों से हत्या करने की रिपोर्ट धारा 302 147 148 149 323 504 506 आईपीसी के तहत दर्ज कर ली गई।

इस मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी का कहना है कि मृतक कुट्टू के परिवार ने पहले थाने में कोई तहरीर नहीं दी और 8 नवंबर को तहरीर दी तब जाकर मुकदमा पंजीकृत किया गया है। हंगामे को देखते हुए मौके पर ककरबई, गुरसराय और एरच की पुलिस पहुंची और परिवार जनों से शांति से बात करने तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने को कहा ।