– व्यापारियों के ज्ञापन पर सांसद ने कहा – झांसी का सम्मान बरकरार रहेगा

झांसी। “मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी…” झांसी की रानी की यह गगनभेदी हुंकार आज भी संपूर्ण विश्व में गुंजायमान है। इसी परिपेक्ष में झांसी रानी को सम्मान देने के लिए सरकार द्वारा झांसी स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई तो कर दिया गया, किन्तु “झांसी” नाम हटा दिया है। झांसी के वाशिंदों का ही नहीं देशवासियों की अपेक्षा है कि “वीरांगना लक्ष्मीबाई” नाम के साथ “झांसी” भी अवश्य जोड़ा जाना चाहिए।
इसी संदर्भ में उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय पटवारी एवं वरिष्ठ व्यापारी नेता राजीव राय के नेतृत्व में एक ज्ञापन देश के प्रधानमंत्री के नाम आज झांसी ललितपुर के सांसद अनुराग शर्मा को सौंपा गया एवं उनसे मांग की गई कि झांसी के सम्मान में वीरांगना लक्ष्मीबाई के नाम के साथ-साथ झांसी भी जोड़ा जाए तभी झांसी वाले अपने आप को सम्मानित एवं गौरवान्वित महसूस करेंगे।
इस संबंध में सांसद अनुराग शर्मा ने कहा कि निश्चित ही झांसी के सम्मान में झांसी का नाम भी अवश्य जुड़ना चाहिए। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि वह रेल मंत्री से बात कर झांसी नाम जुड़वाने का पूरा प्रयास करेंगे एवं कहा कि झांसी और बुंदेलखंड के विकास के लिए अनवरत रूप से कार्य कर रहे हैं। ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से थोक व्यापार मंडल के अध्यक्ष अशोक सिंघल, सरदार कृष्णपाल सिंह, संजय गुप्ता, कुलदीप सिंघल, सुधीर गुप्ता, संजय भाटिया, ओमप्रकाश मर, राजेश हेमनानी, महेंद्र अग्रवाल, राजेंद्र पहाड़िया, तारिक खान आदि उपस्थित रहे।

सदर विधायक ने रेल मंत्री को लिखा पत्र

सदर विधायक रवि शर्मा ने रेल मंत्री को पत्र लिख कर व्यापारियों व आम जन मानस की भावना के अनुरूप रेलवे स्टेशन का नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई के साथ झांसी लिखने की मांग की। उन्होंने स्टेशन का नाम “झांसी वीरांगना लक्ष्मीबाई” करने का अनुरोध किया है।