झांसी। थाना सीपरी बाजार क्षेत्र अंतर्गत आईटीआई क्षेत्र में रहने वाले लखनदास नामक एक संत ने आज पुलिस को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया मई 2017 में किशनलाल एवं वनमाली नामक दो व्यक्तियों ने मंदिर के लिए कुछ जमीन दान में दी थी। इस जमीन पर मूर्ति सहित मंदिर की स्थापना क्षेत्रवासियों के सहयोग से की जा रही थी। इसी क्रम में कुछ दिन पूर्व दान की भूमि पर भक्त हनुमान की मूर्ति स्थापित की गई।

इसके बाद 22 फरवरी को मध्यप्रदेश के दतिया निवासी तीन युवक मंदिर निर्माण स्थल पर शपहुंचे और हनुमान की मूर्ति हटाने को कहा। जब मूर्ति नहीं हटाई तो उन्होंने 112 पर कॉल करके पुलिस को बुलवा लिया। कुछ ही समय में लहर गिर्द चौकी इंचार्ज भी मौके पर पहुंच गए एवं मूर्ति ना हटाने पर मुकदमा दर्ज करने की बात कही। पीड़ित ने पुलिस को बताया यह जमीन दान में दी गई है एवं क्षेत्रवासियों के सहयोग से यहाँ मूर्ति की स्थापना की जा रही है। जमीन के दानदाताओं में एक बनमाली अब जीवित नहीं है इसीलिए दूसरे किशनलाल को बुलाकर दान की पुष्टि करने की बात रखी गई लेकिन पीड़ित की कोई बात नहीं सुनी गई। संत ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। इसकी जानकारी मिलने पर राष्ट्र भक्त संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष अंचल अड़जरिया अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुँच गये जहाँ उन्होंने दान पत्र की जांच की। अंचल ने बताया विपक्षियों द्वारा किया गया यह कृत्य घोर निंदनीय है। वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत के बाद सीपरी थाना प्रभारी एवं चौकी इंचार्ज ने मौके पर पहुंचकर मूर्ति की यथावत स्थापना की अनुमति प्रदान कर दी एवं मामले की जांच पड़ताल प्रचलित कर दी गई है।