– जनपद के समस्त थानों पर महिलाओं एवं बालिकाओं को किया सम्मानित

झांसी। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर मुख्य अतिथि “वामा सारथी” उत्तर प्रदेश पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन रेन्ज अध्यक्षा डॉ सुमन पूनिया धर्मपत्नी जोगेन्द्र कुमार (पुलिस उपमहानिरीक्षक झांसी परिक्षेत्र झांसी) एवं विशिष्ट अतिथि स्थानीय अध्यक्षा दीक्षा मीना धर्मपत्नी शिवहरी मीना (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक झाँसी) की उपस्थित में  “वामा सारथी” उत्तर प्रदेश पुलिस वेलफेयर झांसी के तत्वावधान में  पुलिस लाइन झाँसी में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

मंचासीन अतिथियों द्वारा कार्यक्रम के दौरान पुलिस की महिला अधिकारी/ कर्मचारियों द्वारा उच्चकोटि का प्रदर्शन करने पर उनके उत्साहवर्धन व मानसम्मान हेतु प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया तथा बताया गया कि समाज में महिला होना गर्व की बात है तथा महिला को सशक्त करने की आवश्यकता नहीं है वह खुद में सशक्त है बस अपने अन्दर मौजूद शक्ति को जानने की जरूरत है ।  आज महिला अपने घर, परिवार को संभालती है साथ ही साथ हर परेशानी का निराकरण करते हुए अपने सभी कार्यों को पूरे मनोयोग के साथ निर्वाहन करती है।
“खूब लड़ी मर्दानी, वह तो झाँसी वाली रानी थी”
यह पंक्तियां आज भी न केवल महारानी लक्ष्मीबाई की वीरगाथा बयां करती हैं, बल्कि इनको पढ़ने-गुनगुनाने मात्र से मन में महिला शक्ति का एक अद्भुत संचार हो उठता है कि कैसा उन्होने 23 वर्ष की आयु में अंग्रेजों से डटकर सामना करते हुए वीरगति प्राप्त की और उन्होने कम उम्र में ही साबित कर दिया कि वह न सिर्फ बेहतरीन सेनापति थी, बल्कि कुशल प्रशासक भी थी। अंग्रेज जो उनके शत्रु थे, ने स्वयं यह स्वीकार किया था कि उन्होंने जितने भी विरोधियों का सामना किया उनमें सबसे अधिक खतरा उन्हें वीरांगना लक्ष्मी बाई से ही था इसी कारणवश अंग्रेजो के नाक में दम कर देने वाली रानी लक्ष्मीबाई को उनके साहस, युद्ध कौशल और जोशीले अंदाज के लिए जाना जाता है। इस वीरांगना को यह देश हमेशा याद रखेगा। शांति क्षेत्र में नोबेल पुरूस्कार से पुरस्कृत मदर टेरेसा जी ने देश ही नही बल्कि विश्व में शांति, प्यार और सद्भावना का संदेश दिया वहीं भारत की पहली महिला कल्पना चावला जो अन्तरिक्ष में गई। जिनका नाम पूरे विश्वभर में सम्मान से लिया जाता है । हालांकि वह हमारे बीच नही है परन्तु विज्ञान के क्षेत्र में एक अप्रतिम उदाहरण वाली महिला हैं। आज हमें महान महिलाओं से प्रेरणा लेकर शपथ लेनी है कि- हम अबला नहीं सबला हैं, हमें सहारा लेने की नहीं बल्कि देने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के दौरान वहां मौजूद सभी महिलाओं एवं बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाये गये तथा अच्छे स्वास्थ्य हेतु महत्वपूर्ण टिप्स प्रदान किये गये। इसके उपरांत पुलिस ग्राउंड में  पैदल मार्च रैली निकाली गयी।  सम्पूर्ण संचालन समाज सेविका डॉ निति शास्त्री जी द्वारा किया गया। पुलिस विभाग के कार्यक्रमों को अहम भूमिका निभाकर हमेशा अग्रिणी योगदान दिया जाता रहा है ।
इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी लाइन प्रज्ञा पाठक, प्रभारी महिला थाना नीलेश कुमारी, प्रतिसार निरीक्षक लाइन चन्द्र भूषण पाण्डेय एवं महिला पुलिस आरक्षीगण एवं पुलिस परिवारों की महिलाएं एवं बालिकाएं आदि उपस्थित रहीं ।