– पारिक्षार्थी के पास पकड़ी चिट, मोबाइल में भी मिले प्रश्नपत्र, परीक्षा निरस्त

झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में बुधवार को उस समय सनसनी फ़ैल गई जब बीएससी द्वितीय वर्ष के भौतिक विज्ञान का पेपर शुरू होने से पहले लीक हो गया और परीक्षार्थी कागज की चिट बनाकर व मोबाइल फोन में प्रश्न पत्र की छाया प्रति लेकर परीक्षा देने के लिए पहुंच गए। परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी के पास चिट पकड़ी गई तब मामला उजागर हुआ। इस मामले में पूछताछ के बाद 4 अन्य छात्रों को पकड़ा गया है। इसके बाद बीयू ने भौतिक विज्ञान प्रश्नपत्र की परीक्षा को निरस्त कर दिया। फिलहाल नबाबाद थाना में रिपोर्ट दर्ज करवा कर पांचों आरोपी परीक्षार्थियों को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

गौरतलब है कि सत्र 2021-22 की वार्षिक व सेमेस्टर परीक्षा 28 मार्च से शुरू हुई थी। बुधवार सुबह 7 से 9 बजे की पाली में बीएससी द्वितीय वर्ष के विषय भौतिक विज्ञान के द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा थी। इस परीक्षा में 5922 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। बताया गया है कि बीयू परिसर के नवीन परीक्षा भवन स्थित परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थी अजय भास्कर नकल करते हुए पकड़ा गया। चैकिंग में उसके पास प्रश्नपत्र के उत्तरों की एक चिट मिली। इसकी जानकारी मिलने पर परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर, केंद्राध्यक्ष व उड़ाका दल मौके पर पहुंच गए। पूछताछ में छात्र ने बताया कि प्रश्नपत्र का हल कई अन्य परीक्षार्थियों के पास भी है। जानकारी लगते ही 4 अन्य परीक्षार्थी पकड़े गए।

पकड़े जाने के बाद परीक्षार्थियों ने पूछताछ में बताया कि परीक्षा से पहले लगभग 6:20 बजे प्रश्नपत्र वॉट्सऐप के जरिए उनके मोबाइल पर आ गया था। जब उनके मोबाइल चेक किए तो उसमें प्रश्नपत्र की फोटो मिली। इसके बाद चारों परीक्षार्थियों के मोबाइल जब्त कर लिए गए।

मोबाइल में प्रश्नपत्र मिलने के बाद अधिकारियों ने कुलपति और कुलसचिव को इसकी जानकारी दी। इसके बाद उक्त प्रश्नपत्र की परीक्षा निरस्त कर दी गई। इधर, सूचना पर विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज और नबाबाद थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे। परीक्षा केंद्राध्यक्ष प्रो. सुनील कुमार प्रजापति ने इस मामले की तहरीर दे दी और पांचों छात्रों को पुलिस के हवाले कर दिया।

जांच कमेटी बनाई –  कुलपति ने इस मामले में प्रो. आरके सैनी की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है। इसमें क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ. राजेश प्रकाश, सह प्राचार्य डॉ. प्रशांत मिश्रा, सिस्टम एनालिस्ट दीपक तोमर और सहायक कुल सचिव परीक्षक दिनेश कुमार शामिल हैं। जांच समिति से पूरे मामले की जांच कर अतिशीघ्र रिपोर्ट देने के लिए कहा है।