–  मुख्यमंत्री ने गौशाला का भी किया निरीक्षण, अधिक से अधिक गोवंश को संरक्षित करने के दिए निर्देश 
 – मुख्यमंत्री ने मां पीतांबरा माई के दर्शन व विशेष पूजा अर्चना की 
 झांसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ झांसी प्रवास के दौरान रविवार को दतिया पहुंचे। वहां उन्होंने मध्य प्रदेश शासन के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के साथ मंदिर में पीतांबरा माई के दर्शन कर वन खंडेश्वर महादेव का जलाभिषेक व विशेष पूजा अर्चना की। यूपी विधानसभा चुनाव में भारी जीत के बाद योगी आदित्यनाथ का ये पहला मध्य प्रदेश दौरा है। “दतिया में  सुबह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत श्री योगी आदित्यनाथ ने पीताम्बरा शक्तिपीठ में माई के दर्शन और पूजा अर्चना कर देशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। मां पीतांबरा माई के दर्शन के बाद मुख्यमंत्री जनपद झांसी के विकास खंड चिरगांव के ग्राम गुलारा रवाना हुए।
  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी के गुलारा में ‘अमृत पेयजल योजना’ का स्थलीय निरीक्षण किया। इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र के 2 लाख घरों में नलों से पानी पहुंचने लगेगा, जिससे साढ़े ग्यारह लाख की आबादी की पानी की समस्या खत्म हो जाएगी। उन्होंने झांसी में जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन परियोजना गुलारा ग्राम समूह पेयजल योजना का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने परियोजना को गति के साथ पूर्ण किये जाने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि इस योजना के तहत एक साल बाद ग्रामीण क्षेत्र के 2 लाख घरों में नलों से पानी पहुंचाना प्रस्तावित है, इस योजना से साढ़े ग्यारह लाख की आबादी की पानी की परेशानी खत्म होगी।
 बुंदेलखंड में हर घर जल योजना को 10 हजार करोड़ रुपये की लागत से मूर्त रूप दिया जा रहा है। इस योजना के तहत जनपद में 10 परियोजनाएं गुलारा, बचावली, तिलैथा, बुढ़पुरा, बरथरी, टेहरका, इमलौटा, कुरैचा, पुरवा व बढ़वार में विकसित की जा रही हैं। इस योजना का लाभ जनपद के 648 गांवों को मिलेगा। इन गांवों के 2,09,754 घरों तक नल से पानी पहुंचाया जाएगा, जिससे 11,51,912 की आबादी लाभान्वित होगी. इस आबादी को पानी के लिए हैंडपंप व कुओं पर निर्भरता खत्म होगी और शहरों की तरह घरों में नल से पानी पहुंचेगा।
 ्एक नजर में ‘हर घर नल योजना’
15 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री ने की थी घोषणा, 19 जून 2020 को मुख्यमंत्री ने रखी थी आधारशिला, योजना को साल 2023 तक पूरा किया जाना है। 191 एमएलडी पानी की होगी आपूर्ति 100 टंकी बनाई जानी हैं, 90 पर काम जारी है, 67 में से 58 सीडब्ल्यूआर बनाए जा रहे, 46 किमी में से 27 किमी रॉ-वाटर लाइन डाली जा चुकी है, 878 किमी क्लियर वाटर लाइन डाली जानी है सापेक्ष अभी तक 402 किमी डाली जा चुकी है।
  परियोजना का स्थलीय निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री द्वारा गौआश्रय स्थल का निरीक्षण किया गया। वहां पर गोवंश को चारा तथा बछड़ों को गुड़ खिलाया। मौके पर उपस्थित अधिकारियों को उन्होंने निर्देशित किया कि कोई भी छुट्टा जानवर खुले में विचरण करता ना मिले सभी को गौशालाओं में संरक्षित किया जाए। पेयजल परियोजना स्थल पर मुख्यमंत्री द्वारा वृक्षारोपण किया गया। उन्होंने अधिकारियों को शासन द्वारा वृक्षारोपण लक्ष्य की शत-प्रतिशत पूर्ति करने के निर्देश दिए।
  निरीक्षण स्थल पर स्वयं सहायता महिला समूह के द्वारा एक हस्त निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया, समूह द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पादों को लेकर उन्होंने काफी रूचि ली और अधिकारियों को इन उत्पादों की मार्केटिंग और ब्रांडिंग के माध्यम से बिक्री कराते हुए स्वयं सहायता समूह को लाभ दिलाए जाने के भी निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सांसद जालौन-झांसी, सांसद झांसी ललितपुर, विधायक मऊरानीपुर, गरौठा, बबीना सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी व जनप्रतिनिधि गण उपस्थित रहे।