Gawaliar। ग्वालियर के मुरार सेना छावनी स्थित MES (मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस) में पदस्थ दुर्ग अभियंता (इंजीनियर) डीपी चतुर्वेदी को CBI (सेन्ट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन) ने 50 हजार रुपए की रिश्वत के साथ रंगे हाथ पकड़ा है। इंजीनियर ने झांसी की कंस्ट्रक्शन कंपनी से काम के बदले 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। कंस्ट्रक्शन कंपनी की शिकायत CBI को की थी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शिकायत के बाद बुधवार शाम को CBI के अफसरों ने इंजीनियर को MES के ऑफिस में घेराबंदी कर पकड़ा है। अब इंजीनियर के खातों की जांच की जा रही है। CBI ने ऑफिस से प्रोजेक्ट की फाइल भी जब्त की है। वहां से अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं। दरअसल सेना में कंस्ट्रक्शन का काम झांसी की मेसर्स श्रीजी इंटरप्राइजेज लिमिटेड कंपनी को मिला था। जिसके पैमेंट की फाइल जेई डीपी चतुर्वेदी के पास थी। कुछ 74 लाख रुपए के भुगतान के लिए वह फाइल आगे बढ़ाने के लिए 50 हजार रुपए मांग रहा था। मेसर्स श्रीजी इंटरप्राइजेज के अफसरों ने मामले की शिकायत CBI में की। जिसके बाद इंजीनियर की घेराबंदी की गई। बुधवार शाम को कंपनी के अफसरों ने इंजीनियर को रुपए दिए जो उसने अपनी कार में रख लिए। इसी समय CBI के अफसर वहां पहुंच गए और इंजीनियर को रंगे हाथ पकड़ लिया। रात 12 बजे तक उससे पूछताछ जारी रही थी। यहां से CBI ने काफी दस्तावेज भी जब्त किए हैं। सेना का मामला होने के चलते पुलिस या CBI के अफसर कुछ भी नहीं कह रहे हैं न एमईएस तक किसी को जाने की इजाजत दी गई है।