– रामराजा के दर्शन के रास्ते में ऐसी दुकान बर्दाश्त नहीं : उमा भारती

        ओरछा (मप्र)। अपनी ही पार्टी की सरकार में मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के शराब बंदी के खिलाफ मोर्चाबंदी भाजपा के लिए गले की फांस बनती जा रही है। भोपाल के बाद साध्वी ने धार्मिक नगरी ओरछा में मंगलवार को शराब दुकान पर गोबर फेंककर अपनी नाराजगी जाहिर की। उमा प्रदेश में शराबबंदी की मांग को लेकर पिछले कुछ माह से ज्यादा आक्रामक नजर आ रही हैं।

दरअसल, मंगलवार को उमा भारती भोपाल से ओरछा आई थीं। शाम 7 बजे उमा भारती अपने समर्थकों के साथ ओरछा के स्वामी विवेकानंद तिराहे स्थित देशी व विदेशी शराब की दुकान पर पहुंच गई। उन्होंने तीन-चार बार शराब की दुकान पर गोबर फेंककर आक्रोश व्यक्त किया। उमा भारती ने ट्वीट कर लिखा कि ओरछा के प्रमुख प्रवेश द्वार पर स्थित यह दुकान इस जगह के लिए स्वीकृत ही नहीं है। यह किसी दूर गांव के लिए स्वीकृत है, लेकिन खुली ओरछा के मुहाने पर है। इस बारे में जनता ने और हमारे संगठन के लोगों ने लगातार धरने प्रदर्शन किए। सरकार को ज्ञापन दिए तथा प्रशासन से भी इस दुकान को हटाने के लिए बार-बार गुहार लगाई, क्योंकि यह इस पावन नगरी के माथे पर ही बड़ा कलंक है। उन्होंने लिखा कि दुकान हर तरह से नियम विरुद्ध है। इस दुकान के विरोध में अब लोगों की कोई भी प्रतिक्रिया अपराध नहीं कहीं जाएगी, क्योंकि यहां पर दुकान खोलना ही महाअपराध है।

दर्शन के लिए जाने वाले रास्ते में खोल दी दुकान

मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी में एक महीने पहले यह दुकान लाई गई थी। जिस रास्ते पर ओरछा के रामराजा सरकार के दर्शन के लिए जाते हैं उसी रास्ते पर यह दुकान खोल दी गई। इसका मतलब यही है कि दर्शन के लिए जाने से पहले शराब का आचमन करें उसके बाद उसका पान करते जाइए। ये बर्दाश्त नहींआचमन करें उसके बाद उसका पान करते जाइए। ये बर्दाश्त नहीं। कल सुबह मैंने फोन भी किया था कि मैं दर्शन के लिए ओरछा आ रही हूं मुझे वह दुकान बंद मिले। इसके बाद भी वह दुकान खुली मिली। इसके बाद हमने गोबर छिड़क दिया। उन्होंने कहा कि उक्त दुकान यहां के लिए स्वीकृत ही नहीं है और वो दुकान यहां पर है। इस दौरान उमा भारती शराब दुकान को शिफ्ट करने की बात पर अड़ गई और वहां से जाने के लिए तैयार हीं नहीं हुई। इसके बाद दुकान को बंद कर दिया गया।