– अनुपस्थित दो संविदा कर्मियों व ई.एन.टी. चिकित्सक का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश
झांसी। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने जिला अस्पताल का आज औचक निरीक्षण कर अस्पताल में मरीजों को दी जा रही चिकित्सकीय सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की।
      निरीक्षण में उन्होंने सर्वप्रथम जन औषधि केन्द्र का भ्रमण किया गया। केन्द्र के संचालक द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में अभी दवा का स्टॉक कम है और अधिक दवाओं की आवश्यकता है। इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने ओ.पी.डी. रजिस्ट्रेशन कक्ष का भ्रमण कर पाया कि काउण्टर पर  संविदा कर्मचारी कंचन पाल एवं हरिमोहन पाल बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित हैं। उपस्थिति पंजिका का अवलोकन करने पर यह भी पाया गया कि यह दोनों कर्मचारी कल भी अनुपस्थित थे। निर्देश दिये गये कि दोनों कर्मचारियों का आज का वेतन आहरित न करते हुए इनकी सेवा प्रदाता कम्पनी को नोटिस निर्गत किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने ओ.पी.डी. रजिस्ट्रेशन के प्रभारी द्वारा पर्याप्त पर्यवेक्षण न करने के दृष्टिगत ओ.पी.डी. रजिस्ट्रेशन के प्रभारी विवेक श्रीवास्तव, एस.एस.ई. का स्पष्टीकरण प्राप्त किये जाने के भी निर्देश दिए।
   इसके उपरान्त उन्होंने जिला चिकित्सालय के शौचालय का निरीक्षण किया एवं शौचालय में पर्याप्त साफ-सफाई कराये जाने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान कतिपय व्यक्तियों से शिकायत प्राप्त हुई कि चिकित्सक बिलम्ब से चिकित्सालय आते हैं। निर्देश दिये गये कि समस्त चिकित्सक समय पर उपस्थित होकर आगन्तुक मरीजों का इलाज करें। यह भी शिकायत प्राप्त हुई कि चिकित्सालय में एक्स-रे नहीं किया जा रहा है। जिसके संबंध में अवगत कराया गया कि एक्स-रे मशीन की एक माह पूर्व प्लेट्स खत्म हो गई हैं। उन्होंने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि उपरोक्त बिन्दु को पूर्व में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में क्यों नहीं उठाया गया।
   निरीक्षण में एम.आर. द्वारा दवायें लिखने के सम्बन्ध में शिकायत भी प्राप्त हुई। निर्देश दिए गए कि यह स्थिति भविष्य में परिलक्षित न हो। एक व्यक्ति द्वारा शिकायत की गई कि क्षेत्रीय निदान केन्द्र के बाहर बना सिलेफ के कारण आने वाले मरीज फिसलकर गिर जाते हैं। निर्देश दिए गए कि इसे सुधरवा लिया जाए।
   इसके उपरान्त उन्होंने ई.एन.टी. चिकित्सा कक्ष का निरीक्षण किया गया एवं पाया कि डॉ मुकेश राजपूत अनुपस्थित हैं। अवगत कराया गया कि डॉ मुकेश राजपूत सी.एस.सी. से यहां सम्बद्ध हैं एवं पांच दिन चिकित्सालय आते हैं एवं एक दिन सी.एस.सी. में बैठते हैं। निर्देश दिये गये कि यदि बिना स्वीकृति के डॉ मुकेश राजपूत अनुपस्थित हैं, तो उनका आज का वेतन आहरित न किया जाये।
   इसके उपरान्त उन्होंने स्टॉक को ऑनलाईन दर्ज किये जाने के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि दवाओं के स्टॉक को पोर्टल पर ऑनलाईन दर्ज अवश्य किया जाये। इसके उपरान्त उन्होंने हीमोडायलिसिस यूनिट का निरीक्षण किया एवं डायलिसिस बैड के संबंध में जानकारी प्राप्त की। अवगत कराया गया कि डायलिसिस बैड की संख्या 10 है एवं अधिकतम 30 मरीजों का 01 दिन में डायलिसिस किया जा सकता है। डायलिसिस पंजिका व्यवस्थित पाई गई एवं डायलिसिस कक्ष का कार्य संतोषजनक पाया गया। यह भी अवगत कराया गया कि वर्तमान में हैपेटाईटस प्लस के मामले प्राप्त हो रहे हैं। निर्देश दिये गये कि 1 महीने का औसत निकालकर हैपेटाईटस प्लस के मरीजों के लिये बैड बढाये/आरक्षित किये जायें।
       इसके उपरान्त उन्होंने औषधि भण्डार गृह की निरीक्षण किया एवं स्टॉक रजिस्टर में अंकित दशाओं  की मात्रा का भौतिक सत्यापन किया गया। इसी प्रकार अन्य दवाओं की मात्रा का स्टॉक रजिस्टर से मिलान किया गया। स्टॉक व्यवस्थित पाया गया एवं निर्देश दिये गये कि स्टॉक रजिस्टर को अद्याविधिक रखा जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि जिन-जिन दवाईयों की आवश्यकता है एवं मांग पत्र भेजने के उपरान्त भी दवाएं प्राप्त नहीं हो रहीं हैं अथवा शासन स्तर से धनराशि प्राप्त नहीं हुई हैं के संबंध में मांग पत्र के साथ अवगत कराया जायेत्र ताकि शासन स्तर से अनुरोध किया जा सके। निरीक्षण के समय आर.के. सचान, सी.एम.एस., डॉ आर. के. सक्सैना सुपरटेेण्डेंट स्टोर आदि उपस्थिति रहे।