– सड़क, पानी, बिजली, सफाई, निर्माण कार्य व अतिक्रमण का छाया रहा मुद्दा, समस्या ही समस्या क्षेत्रों में : पार्षद

– कड़ी मशक्कत के साथ 3 अरब 54 करोड़ का बजट पास

झांसी। नगर निगम के सदन हॉल में महापौर राम तीरथ सिंगल की अध्यक्षता में आयोजित सदन की अंतिम बैठक में वर्ष 2022 के बजट को लेकर पार्षदों द्वारा प्रस्तावों पर मंथन कर 3 अरब 54 करोड़ के बजट पर सर्वसम्मति से सहमति प्रदान की गई। नगर आयुक्त पुलकित गर्ग ने पार्षदों के प्रस्तावों पर आश्वासन दिया कि बताए गए सभी कार्यों पर कार्य तेजी से किया जाएगा।

सदन की बैठक में पार्षदों ने पूर्व में रखे प्रस्तावों पर चर्चा की जिसमें पार्षदों का कहना था कि शहर में निर्माण कार मरम्मत कार्य एवं समीकरण पर पूरी तरह अधिकारियों ने कहा नहीं किया है। पानी की व्यवस्था पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो रही है वह सड़कें पूरी तरह जर्जर हो गई। क्षेत्रों में जो सड़कें बनी हुई थी उसमें पाइप लाइन बिछाने का का अधूरा पड़ा हुआ जगह-जगह लीकेज हो रहे हैं। निर्माण कार्य के जो भी टेंडर होते हैं उन टेंडरों में कमीशन खोरी के कारण निर्माण कार्य की स्थिति पूरी तरह जर्जर हो जाती है। पार्षदों का कहना है क्षेत्र में जो भी काम हुए हैं उनमें गुणवत्ता नहीं होने के कारण ऐसे कामों का भुगतान रोक दिया जाए जिस पर नगर आयुक्त पुलकित गर्ग ने कहा कि मैंने सभी कार्यों से संबंधित फाइलों को अपने पास रख लिया है और इन फाइलों की जानकारी के बाद जो भी कार्य गुणवत्ता पूर्ण नहीं हुए हैं उस पर कार्रवाई करूंगा और जो कार अधूरे पड़े हैं उन कार्यों को पूरा किया जाएगा, जो कंपनी काम नहीं कर रही हैं उन कंपनियों को चेतावनी दे दी जा चुकी है। क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था पर संपूर्ण रुप से कंपनियां काम नहीं कर रही थी जिस पर शिकायतें भी मिली इस मामले में भी शक्ति लाई जा रही है।

डिवाइडर से ठेले हटाने पर विवाद – दो पार्षदों ने बड़ाबाजार क्षेत्र में डिवाइडर पर अतिक्रमण की समस्या उठाए जाने पर विवाद हो गया। एक पार्षद ने पटरी दुकानदारों के ठेले नहीं हटाने का जबरदस्त विरोध किया। इस पर महापौर राम तीरथ सिंघल ने कहा कि पटरी दुकानदारों को हटाया नहीं जा रहा है, केवल रात में ठेले आदि हटाने को कहा जा रहा है ‌‌।

नाम पट्टिका गायब होने पर दो पार्षद भिड़े – किला मार्ग पर नाम पट्टिका गायब होने की शिकायत पर विवाद हो गया। लखन पार्षद ने कहा इस पट्टिका पर उनका नाम क्यों नहीं लिखा गया। उन्होंने कहा कि इस चार पार्षदों का नाम लिखा जाना चाहिए था। मेयर ने मामले की जांच कर संबंधित पार्षदों के नाम लिखी पट्टिका लगाए जाने को कहा।

बैठक में कई पार्षदों का कहना था कि वह क्षेत्रों में जनता की समस्याओं के लिए निकलते हैं लेकिन समस्याओं का समाधान रखे गए प्रस्तावों पर पूर्ण नहीं हुआ जिससे जनता की बातों का सामना करना पड़ता है आगामी चुनाव को लेकर स्थिति नगर निगम की कार्यप्रणाली के कारण बिगड़ गई है। महिला पार्षदों ने कहा हमारे कई प्रस्ताव भी रखे हुए हैं जिस पर अभी तक समाधान की स्थिति नहीं है और 5 साल पूरे होने वाले कोई भी अधिकारी प्रस्तावों पर ध्यान नहीं दे रहे यही नहीं क्षेत्र में सफाई व्यवस्था भी संपूर्ण तरीके से नहीं हो रही है जिस पर नगर आयुक्त ने कहा कि मैं इस मामले में रोजाना क्षेत्रों में भ्रमण कर रहा हूं और जहां मुझे कमी पाई जा रही है मैं कार्रवाई अमल में ला रहा हूं जल्द ही समस्याओं का समाधान होगा।

स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट एवं उसके कार्यों पर पार्षदों ने प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा की स्मार्ट सिटी की सफाई व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है लाखों करोड़ों रुपए की गाड़ियां जो नगर निगम से संचालित होती थी वह बंद पड़ी है और स्मार्ट सिटी से संचालित होने वाली गाड़ियां क्षेत्रों में नजर नहीं आते। पार्षदों का कहना था क्षेत्र में जो प्रकाश व्यवस्था की गई है वह पूरी तरह संचालित नहीं हो रही है खंभों पर लगी लाइटें खराब पड़ी हैं शिकायत करने के बाद भी सुनवाई नहीं होती है। घास मंडी के पास अतिक्रमण होने के कारण लोगों का निकलना मुश्किल होता है जहां पर मांग की गई है कि घासमंडी को कहीं और स्थान पर किया जाए। नगर निगम में तीन अरब 54 करोड़ के बजट पर शहर के सौंदर्य करण पर होने वाले कार्यों में अपने अपने विचार रखें काफी मंथन बजट के साथ-साथ पार्षदों की शिकायतों पर होता रहा जिसने नगर आयुक्त व महापौर ने पार्षदों के प्रस्तावों पर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो भी कार्य अधूरे पड़े हुए हैं उन्हें पूरा किया जाए और पार्षदों की समस्याओं पर विशेष ध्यान दिया जाए महापौर व पार्षदों का कार्यकाल लगभग पूरा होने वाला है सदन की अंतिम बैठक हो सकती है इसको लेकर पार्षदों का कहना था कि लगभग 5 वर्ष पूरे होने वाले हैं पार्षदों की समस्याओं का समाधान अधिकारियों की कार्यशैली पर निर्भर रहा लेकिन काफी प्रयास के बाद कुछ काम में हो पाए।

सदन की बैठक सुबह 11:00 बजे से प्रारंभ हुई जिसमें नगर आयुक्त वह महापौर ने पार्षदों की समस्याओं को सुना और बैठक के अंत तक सभी पार्षदों ने बजट को पास किया शहर के सुंदरीकरण पर 3 अरब 54 करोड़ की धनराशि खर्च की जाएगी बैठक के दौरान उप सभापति भरत सेन कार्यकारिणी सदस्य विकास खत्री दिनेश सिंह, दीपू, जुगल किशोर, महेश गौतम, उमेश जोशी, प्रियंका साहू, रामवती, राजू साहू, रमा कुशवाहा, अंशु राय, डॉ गोविंद शर्मा, निर्दोष अग्रवाल मौजूद रहे सदन में प्रस्ताव पर एवं बजट पर चर्चा में आशीष रायकवार सुशीला दुबे किशोरीलाल रायकवार कन्हैया कपूर इंदु वर्मा विद्या प्रसाद दुबे आदि पार्षदों में अपने विचार रखें।