लखनऊ । ज्वैलरी बनाने के नाम पर लखनऊ के चौक सर्राफा बाजार से करीब 300 किलो चांदी और एक किलो सोना हड़पने वाला ज्वैलथीफ आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया। पुलिस ने उनके पास से 116 किलो चांदी और 425 ग्राम सोना बरामद कर लिया है। आरोपी ने चौक सर्राफा बाजार के पांच कारोबारियों से चांदी रिफाइन करने के नाम पर माल लिया और रफूचक्कर हो गया। उसके पकडऩे जाने पर सर्राफा कारोबारियों ने पुलिस कमिश्नर समेत चौक पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया।

तीन कुंतल चांदी लेकर था फरार

लखनऊ कमिश्नर डीके ठाकुर न मीडिया को बताया कि पुलिस टीम ने चौक निवासी अमित अग्रवाल को गुरुवार को गिरफ्तार किया। अमित चौक सर्राफा के पांच कारोबारियों से कच्ची चांदी रिफाइन करने के नाम पर लेकर फरार हो गया था। साथ ही, आलोक गुप्ता सर्राफा व्यवसायी का सोना भी रिपेयरिंग और जेवर बनाने के नाम पर ले गया था। उसकी निशानदेही पर 10 पैकेटों में रखी चांदी की सिल्लियां बरामद की गईं, जिनका वजन करीब 116 किलो और कीमत 75 लाख रुपये है। उसके पास से 425 ग्राम सोना बरामद और एक लाख रुपये नकद भी बरामद हुआ। सोने की कीमत करीब 25 लाख रुपये है। पुलिस टीम ठगी के शिकार हुए अन्य व्यापारियों का भी ब्यौरा जुटा रही है।

फर्जी आईडी से जारी कराए 4 सिम

डीसीपी पश्चिम डॉ। एस चिन्नपा ने बताया कि अमित अग्रवाल की तलाश के लिए पुलिस टीम ने उसके नौकर और चालक से पूछताछ की थी। जिसमें सामने आया कि अमित परिवार, घरेलू नौकर वैभव सिंह और चालक अयाज के साथ दो कारों से खजुराहो गया। जहां से झांसी आकर स्टेशन पर दोनों कारों को खड़ी कर वहां से ट्रैवल एजेंसी की दो गाड़ियों को बुक कर दिल्ली गुडग़ांव चला गया। वहां पर नौकर के आधार कार्ड पर चार सिम जारी कराए और उन्हीं से अपने लोगों के संपर्क में था। साथ ही, अपने एक परिचित को दतिया, मध्य प्रदेश से बुलाकर सोने-चांदी के कई पैकेट दे दिये थे।

फायदा न होने पर करने लगा ठगी

पुलिस पूछताछ में अमित अग्रवाल ने बताया कि वह व्यापारियों की चांदी रिफाइन करता था और तय रेट के हिसाब से कच्ची चांदी के बदले रिफाइन चांदी दे देता था। इस काम में घाटा होने लगा। इससे पहले भी कई बार जेवर लेकर लोगों के भागने की घटनाओं को देखते हुए उसने ठगी की योजना बनाई, लेकिन पकड़ा गया।इसी नाम के युवक ने पहले भी की ठगी
पुलिस के मुताबिक, अगस्त 2013 में भी अमित अग्रवाल नाम का युवक नौ करोड़ रुपये के जेवर लेकर भाग गया था। इसके बाद उसने उड़ीसा के भुवनेश्वर में अपनी पत्नी व बच्चे का मर्डर कर दिया था। सीबाआई ने 2018 में भोपाल से उसको गिरफ्तार किया था।