– मऊरानीपुर के वीरा व बम्हौरी सुहागी के विद्यालयों की दो शिक्षिकाओं के विरुद्ध रिपोर्ट 

– गरौठा में भी तीन शिक्षक फर्जीवाड़ा के घेरे में 

झांसी। जनपद  के मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के वीरा व बम्होरी सुहागी के सरकारी विद्यालय में फर्जी व कूट रचित नियुक्ति पत्र के आधार पर दो शिक्षिकाओं के नौकरी करने का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज कर दोनों शिक्षिकाओं को हिरासत में ले कर जांच पड़ताल की जा रही है। इसके अलावा गरौठा के खरौड़ा हाई स्कूल के तीन शिक्षकों पर फर्जीवाड़ा की कार्रवाई की गई है। जांच में शिक्षा विभाग में नियुक्ति के फर्जीवाड़ा गैंग का खुलासा होने की संभावना है।

आरोप है कि दोनों शिक्षकाओं द्वारा फर्जी दस्तावेज के माध्यम से सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति ली थी। जांच के बाद दस्तावेज फर्जी पाए गए तथा पता चला कि प्रशासन द्वारा कोई भी भर्ती नहीं निकाली गई थी। झांसी जिला विद्यालय निरीक्षक ने जांच के बाद प्रधानाध्यापक को दोनों मामला दर्ज कराने के निर्देश दिए थे।

इस मामले में राजकीय बालिका हाई स्कूल वीरा की प्रधानाध्यापिका ऊषा पाठक ने मऊरानीपुर थाना पुलिस को बताया कि विद्यालय में तैनात हिंदी की सहायक अध्यापक अमृता कुशवाहा निवासी ग्राम लक्षीरामपुर पोस्ट हीरापट्टी तहसील सदर जनपद आजमगढ़ ने कूट रचित नियुक्ति पत्र कार्यालय शिक्षा निदेशक माध्यमिक उत्तर प्रदेश प्रयागराज के माध्यम से 20 जुलाई को राजकीय बालिका हाई स्कूल वीरा में सहायक अध्यापक हिंदी के पद पर नियुक्ति का भार ग्रहण किया।

इसी प्रकार राजकीय बालिका हाई स्कूल बम्होरी सुहागी की प्रधानाध्यापिका पूनम बौद्ध ने मऊरानीपुर थाना पुलिस को तहरीर देकर बताया कि बम्होरी सुहागी के विद्यालय की सहायक अध्यापिका मैनवती निवासी मघनापार बलिया गंज जनपद आजमगढ़ ने फर्जी व कूट रचित नियुक्ति पत्र देखकर 27 जून को कार्यालय शिक्षा निदेशक उत्तर प्रदेश प्रयागराज द्वारा 20 जुलाई को बम्होरी सुहागी में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति ली थी। दोनों शिक्षिकाओं के विरुद्ध मऊरानीपुर कोतवाली में सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।

इसी प्रकार जिले के गरौठा थाना क्षेत्र अंतर्गत खरौड़ा हाई स्कूल के तीन शिक्षकों पर फर्जीवाड़ा की कार्रवाई की गई है। तीनों को थाने बुलाया गया है। उक्त तीनों भी आजमगढ़ निवासी बताए जा रहे हैं। जानकारों का दावा हुकि जांच में झांसी शिक्षा विभाग में नियुक्ति के फर्जीवाड़ा गैंग का खुलासा होने की संभावना है।