– हिन्दी साहित्य भारती अंतराष्ट्रीय की केन्द्रीय कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक 27 व 28 को

झांसी। हिन्दी साहित्य भारती अंतराष्ट्रीय की केन्द्रीय कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक झांसी में 27 एवं 28 अगस्त को आयोजित की जा रही है। इसमें हिन्दी को राष्ट्र भाषा का दर्जा प्रदान करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा।

हिंदी साहित्य भारती के केंद्रीय अध्यक्ष/पूर्व शिक्षा मंत्री डाॅ. रवीन्द्र शुक्ल ने संस्था की केन्द्रीय कार्यसमिति की बैठक का उद्देश्य, देश विदेश से आने वाले विद्वानों व तैयारियों आदि की मीडिया को जानकारी दी। पूर्व शिक्षा मंत्री रवींद्र शुक्ल जी ने बताया कि 27 एवं 28 अगस्त को केन्द्रीय कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक का आयोजन दीनदयाल उपाध्याय सभागार व होटल द मारवलस में किया गया है। इसमें देश विदेश से लगभग 200 बुद्धिजीवी प्रतिभाग करेंगे जिसमें पूर्व राज्यपाल, पूर्व आई ए एस अधिकारी, कुलपति, कुलाधिपति, आदि एवं हिन्दी साहित्य भारती के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।
27 अगस्त को प्रातः 10ः00 बजे से उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री उ0प्र0 सरकार बृजेश पाठक दीनदयाल सभागार में तरंग माध्यम से उपस्थित रहेंगे। उद्घाटन सत्र के पश्चात् सभी अतिथि राम लक्ष्मण की परम्परा के वाहक राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त और सियाशरण गुप्त की प्रतिमा पर पुष्पांजली एवं साहित्य सदन परिवार द्वारा अभिनंदन करेंगे। इसके पश्चात् संग्रहालय, किला एवं रानीमहल का भ्रमण सुनिश्चित है।
बैठक के बाकी सत्र होटल द मारवलस में होंगे जहाँ पर समीक्षा एवं योजना बैठक सम्पन्न होंगी। 28 अगस्त को होटल द मारवलस में सायंकाल 04ः00 बजे समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में अजय भट्ट, रक्षा एवं पर्यटन मंत्री भारत सरकार एवं मुख्य वक्ता के रूप में जयवीर सिंह, पर्यटन मंत्री उ0प्र0 सरकार उपस्थित रहेंगे।
27 अगस्त को सायं 7 बजे से बुंदेलखंडी लोकसंगीत तथा 8:30 बजे कवि सम्मेलन का आयोजन होटल द मारवलस में किया जाएगा। इस मौके पर निशान्त रवीन्द्र शुक्ल केन्द्रीय कार्यालय प्रभारी हिन्दी साहित्य भारती भी उपस्थित रहे। आभार स्किल्ड इंडिया सोसाइटी के डायरेक्टर नीरज सिंह ने किया।