उप नगर आयुक्त ने आरोप नकारे

झांसी। शनिवार को नगर आयुक्त को प्रार्थनापत्र देकर लगभग चालीस वर्षीय महिला ने रोते हुए आरोप लगाया कि उसके पति की मृत्यु के बाद ससुर ने नगर निगम के कर्मचारियों के साथ मिलकर मेरा फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया है जबकि वह जिंदा है लेकिन ससुरालियों ने तो जीते जी कागजों में चिता ही जला दी। हालांकि इन आरोपों को जांच के बाद उप नगर आयुक्त ने नकार दिया है।

शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत मेंहदी बाग निवासी विधवा महिला पिंकी शर्मा ने नगर आयुक्त को दिए शिकायती पत्र में बताया कि उसका पति ए क्लास का कांट्रेक्टर था। वर्ष 2019 में तालबेहट के पास सड़क दुर्घटना में उनकी दर्दनाक मौत हो गई थी। पति की चिता की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि ससुर ने पति की संपत्ति को समेटने का काम शुरू कर दिया था। जब इस बात की जानकारी हुई और उसने विरोध किया तो सुसरालीजनों ने घर से भगा दिया। वह अपनी नौ साल की बेटी को लेकर दर-दर भटकती रही। बाद में मामा ने संरक्षण दिया।

महिला ने बताया कि कुछ दिन बाद पता चला कि ससुर ने फर्जी तरीके से मेरा मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया है। जिसके आधार पर पति की संपत्ति को अपने नाम करना शुरू कर दिया है। फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है। नगर अयुक्त पुलकित गर्ग ने इस मामले की जांच के निर्देश दिए। इधर, उपनगर आयुक्त अमित कुमार सिंह ने बताया कि शिकायत पर दस्तावेज की जांच की गई है। महिला का कोई मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है। बल्कि सूचना अधिकार अधिनियम में गलत प्रिंट होने पर वह उसे आधार बनाकर आरोप लगा रही है।