झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञानं विभाग में बदलते परिवेश में ज्ञान और सूचना प्रबंधन के लिए तकनीकी प्रवृत्तियों में क्षमता निर्माण पर राष्ट्रीय कार्यशाला अंतिम दिन के प्रथम तकनीकी सत्र में मंगलोर विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ उमेशा नाइक ने प्रतिभागियों को प्रयोग के नए नवाचार से अवगत कराया एवं कंप्यूटर के माध्यम से अभ्यास भी कराया जिससे प्रतिभागियों में सीखने में रुचि बड़ी । द्वितीय सत्र में रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्विद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ एस एस कुशवाह ने ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के बारे में बताया कि किस तरह किसी वेबसाइट के मुख्यपृष्ठ को आधुनिक और आकर्षक बना सकते है। कार्यशाला के अंतिम चरण में क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान, भोपाल के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ पी के त्रिपाठी ने अपने व्याख्यान में बताया कि किस प्रकार किसी सूचना को कई अलग अलग तरीके से प्राप्त किया जा सकता है।
 इसी कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश से डॉ  विनय शंकर महाजन और पंजाब से  अभिषेक यादव आदि ने इस कार्यशाला में चयनित  विषय की उपयोगिता को सराहा। अनेक प्रतिभागियों ने विभागाध्यक्ष डॉ ऋतू सिंह से भविष्य में पुस्तकालय नवाचार विषयो पर इसी तरह की कार्यशाला एवं सेमिनार का आयोजन करने का सुझाव दिया।
कार्यकम के समापन अवसर पर प्रो वीपी खरे एवं आई आई सी विभाग के संयोजक प्रो एम एम सिंह ने इस कार्यशाला में आये विषय विशेषज्ञों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया तथा विभागाध्यक्षा डॉ ऋतू सिंह ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किये। संचालन अस्सिस्टेंट प्रोफेसर डॉ ज्योति गुप्ता एवं डॉ रूपेंद्र सिंह ने किया।  इस अवसर पर विभाग के शोध विद्यार्थी अभिनव शेषा और गौरव घनघोरिया तथा कार्यालय कर्मचारी ज्ञानेंद्र स्वर्णकार और राजकुमार उपस्थित रहे।