झांसी। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश के करीबी सपा के पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव की लगभग 130 करोड़ की अचल संपत्ति को रविवार को कुर्क कर लिया है। यह संपत्ति वनगुंवा, भगवंतपुरा और करगुवा में थी। दीपनारायण सिंह यादव झांसी जेल में बंद हैं।

गौरतलब है कि पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव को पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर लेखराज सिंह को पुलिस अभिरक्षा से छुड़ाने के प्रयास की साजिश के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। तभी से पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। लगातार उनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में रविवार को पुलिस अधीक्षक नगर राधेश्याम राय और तहसीलदार भारी पुलिस बल के साथ करगुवांजी पहुंचे। जहां उन्होंने डुगडुगी पिटवाई और दीपनारायण सिंह यादव की जमीन की कुर्की की। इस संबंध में एसएसपी राजेश एस का कहना है कि नवाबाद थाना में करीब एक माह पहले पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव समेत अन्य लोगों पर गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज हुआ था। दीपनारायण सिंह ने अपराध करके संपत्ति अर्जित की है।

जिलाधिकारी के आदेश पर एसपी सिटी, तहसीलदार की टीम ने करगुंवाजी, भगवंतपुरा और वनगुंवा मौजे में दीपनारायण सिंह यादव की जमीनें कुर्क की हैं। इसकी कीमत लगभग 130 करोड़ रुपए हैं। बताया जा रहा है कि मेडिकल कालेज के सामने करगुंवा जी के मौजे की 20 करोड़ की जमीन कुर्की की। फिर दो अन्य जगह कुर्की की कार्रवाई की गई है। तीनों जगह पहले जमीन की कुर्की की मुनादी कराई। इसके बाद बोर्ड लगाकर जमीन को जब्त कर लिया गया।

दीपनारायण यादव पर अब तक कुल 58 मामले दर्ज है। इसके तहत पूर्व विधायक दीपनारायण पर 30 जुलाई को विजिलेंस थाना में आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज हुआ था। आरोप है कि विधायक रहते हुए उनको 14 करोड़ 30 लाख 31444 रुपए की आय हुई, जबकि इस अवधि में उनका खर्च 37 करोड़ 32 लाख 55844 रुपए पाया गया। 16 सितंबर को कुख्यात अपराधी लेखराज सिंह यादव पेशी पर झाँसी आया था। आरोप है कि लेखराज को पुलिस कस्टडी से छुड़ाने की कोशिश की गई। षड़यंत्र में पूर्व विधायक को शामिल बताया गया। इस मामले में पूर्व विधायक, विष्णु राय समेत 19 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। तीसरा मामला मोंठ थाने में दर्ज हुआ। पुलिस का दावा है कि लेखराज को छुड़ाने की कोशिश में इस्तेमाल गाड़ी बरामद करने गए थे। वहां पुलिस पर फायरिंग की गई। इस केस में पूर्व विधायक दीपनारायण, उसके साले समेत कई लोगों को मुलजिम बनाया गया।

पूर्व विधायक समेत 17 लोगों पर हुआ केस दर्ज

30 सिंतबर को नवाबाद थाना में पूर्व विधायक दीपनारायण समेत 17 लोगों पर एक केस दर्ज हुआ। इसमें एक युवक का अपहरण कर उससे केस में जबरन राजीनामा करवाने का आरोप है। 26 अक्तूबर की रात नवाबाद थाना में गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है। इसमें पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के पति विष्णु राय समेत 19 लोगों को आरोपी बनाया गया है। हाल ही में दीपनारायण सिंह के खिलाफ ईडी में भी एक केस पंजीकृत किया गया। कुछ दिन पहले गरौठा के भाजपा विधायक जवाहर लाल राजपूत को एक धमकी भरा पत्र मिला। इसमें दीपनारायण सिंह को भी आरोपी बनाया गया है।

दीपक पर चलेंगे पांच मुकदमें

गरौठा के पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव पर लेखराज प्रकरण में पांच अलग- अलग मुकदमें चलेंगे। अपर सत्र न्यायाधीश विकास नागर की अदालत ने पूर्व विधायक की एक ही मुकदमा चलाने की पुनर्विचार याचिका ठुकरा दी। बताते हैं कि इस मामले में पुलिस पांच में से दो मुकदमों में न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है। lपांच मुकदमों में निचली अदालत के निर्णय के विरुद्ध दीपनारायण सिंह की ओर से अपर सत्र न्यायाधीश की अदालत में पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी, जिसके जरिए पांचों एफआईआर में एक ही मुकदमा चलाने की मांग की गई थी। लेकिन, अभियोजन पक्ष की ओर से कहा कि मुकदमों में अलग- अलग लोग नामजद हैं। साथ ही घटना स्थल भी अलग अलग हैं। लिहाजा अभी एफआईआर में अलग- अलग मुकदमे चलाए जाएं। पूरे मामले की सुनवाई के बाद अदालत ने पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी है। ऐसे में पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव पर सभी एफआईआर में अलग -अलग मुकदमे चलाए जाएंगे।