– बीईओ बंगरा को कार्यशैली पर शिक्षक नेताओं ने जताई नाराज़गी
झांसी। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मण्डल ने ज़िलाधिकारी कार्यालय पहुंच कर मुख्यमन्त्री को सम्बोधित ज्ञापन सौंपते हुए कैशलेस बीमा की जगह सशुल्क चिकित्सा बीमा का विरोध दर्ज कराया। बताया कि प्रीमियम आधारित पालिसी को थोपना गलत है। यह बाज़ार में उपलब्ध बीमों से भी महंगी है। जबकि राज्यकर्मचारियों की भांति कैशलेस बीमा का आश्वासन शिक्षकों को मिलता रहा है और अब इस प्रकार की दोहरी नीति किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं है।

शिक्षक नेताओं की मांग है कि कैशलेस चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए। इसके साथ ही खण्ड शिक्षाधिकारी बंगरा की मनमानी की शिकायत लेकर शिक्षक नेता मण्डलीय सहायक शिक्षा निदेशक और ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी से मिले। उन्हें बताया कि शासन के निर्देशों के विपरीत बीईओ बंगरा शिक्षकों पर अनैतिक दबाव बना रहे हैं। चार से अधिक आकस्मिक अवकाश लेने पर वेतन रोकने का मनमाना आदेश जारी करना शिक्षकों का शोषण है। ऐसे में खण्ड शिक्षाधिकारी बंगरा की नियमविरुद्ध कार्यशैली पर कार्रवाई की मांग की गई। साथ ही सर्द लहर और घना कोहरा देखते हुए छात्रहित में शीतकालीन अवकाश की मांग ज़िलाधिकारी से की गई।

इस दौरान प्रान्तीय उपाध्यक्ष / ज़िलाध्यक्ष जितेन्द्र दीक्षित, संयुक्त मन्त्री शिवकुमार पाराशर, प्रवक्ता अब्दुल नोमान, मन्त्री धर्मेन्द्र चौधरी, मृत्युञ्जय सिंह, उमेश बबेले, देवेश शर्मा अक़ील अहमद खान, रविन्द्र प्रकाश, मुकेश चन्द्र, धर्मेन्द्र सोलंकी, पंकज अग्रवाल, भारत भूषण राय, संजीव अरजरिया, मुकेश वर्मा, राजीव आर्य, विजय सिंह गुर्जर, मोहित मिश्रा, नीलम चतुर्वेदी, आनन्द मोहन मिश्रा, शशांक अमरया, विपिन सिंह आदि मौजूद रहे।