पूर्व विधायक मीरा यादव ने उठाई सीबीआई जांच की मांग, सपा की उत्पीड़न के खिलाफ आंदोलन की तैयारी 

झांसी। मंगलवार को समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव की लगभग 237 करोड़ की चल अचल संपत्ति की जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा की गई कुर्की की कार्यवाही को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सपा के पूर्व सांसद डॉ चन्द्रपाल सिंह यादव द्वारा उत्पीड़न रोकने के लिए रणनीति बनाकर संघर्ष और आंदोलन करने की चेतावनी दी गई वहीं दीपक यादव की पत्नी पूर्व विधायक मीरा यादव ने अपने पति को निर्दोष बताते हुए प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग उठाई।

डॉ चन्द्रपाल सिंह यादव ने मीडिया को बताया कि राजनैतिक दबाव के चलते जिस प्रकार यह कार्यवाही की जा रही है, वह पूर्ण रूप से गलत है। उन्होंने कहा की केवल समाजवादियों को टारगेट कर यह कार्यवाही की जा रही। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी दीप नारायण की संपत्ति कुर्क की कार्यवाही की गई थी, जिसे कोर्ट ने गलत मानते हुए रिलीज कर दी। फिर उसी तरह की 14 ए की कार्यवाही दोबारा करना यह गलत है, यह कार्यवाही केवल उत्पीड़न है। उन्होंने कहा समाजवादियों का उत्पीड़न अब नही सहा जाएगा। पार्टी हाई कमान से वार्ता करने के बाद हम सभी समाजवादी संघर्ष करेंगे आंदोलन करेंगे।

उन्होंने बताया की कार्रवाई में पूर्व विधायक दीप नारायण और उनकी पत्नी पूर्व विधायक मीरा यादव को मिलने वाली पेंशन के भी खातों को सीज करना द्वेष भावना साबित करता है। समाजवादी इसका खुलकर विरोध व आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपना पक्ष रखने का अधिकार है, लेकिन यहां पूर्व विधायक का पक्ष सुने बगैर ही कार्यवाही की जा रही है, इसकी पूर्व सांसद डॉक्टर चंद्रपाल सिंह ने घोर निन्दा की। शिवाजीनगर में कुर्क हुई कोठी के बाहर मीडिया से रूबरू पूर्व सांसद ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है, कि सरकार मनमानी पर उतारू हो गयी है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की जेल में मुलाकात के बाद की गई कार्यवाही के सवाल पर उन्होंने कहा कि इससे इनकार नहीं किया जा सकता। सरकार के रवैये के खिलाफ संघर्ष के सम्बंध में नेतृत्व से बात कर जल्द रणनीति बनाने की बात पूर्व सांसद ने कही। पूर्व सांसद ने कहा कि आज की कार्यवाही साफ तौर पर उत्पीड़न है, इसकी जितनी निंदा की जाए कम है।

मीरा यादव ने कहा – अब हम कहां जाएं ?
पूर्व विधायक मीरा यादव ने भी मीडिया के समक्ष इस कार्यवाही को गलत व अन्यायपूर्ण निरूपित करते हुए कहा कि उनके पति निर्दोष हैं, प्रदेश सरकार द्वेष की भावना से काम कर रही है। उन्होंने दावा किया कि जो आरोप उनके पति पर लगाये गए हैं, उनमें कोई सच्चाई नहीं है। प्रशासन द्वारा उनका मकान व बैंक खाते सीज कर दिए गए हैं, ऐसे में उनके सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है कि वह अपने परिवार को लेकर कहां जाएं। उन्होंने कहा कि जिन सम्पत्तियों को कुर्क किया गया है, वह सभी एक नम्बर की हैं और हम सरकार को टैक्स भी देते हैं।

पुलिस बोली, टैक्सी से जाओ..
पूर्व विधायक मीरा यादव ने कार्यवाही का ब्यौरा देते हुए बताया कि सुबह अधिकारी व पुलिस उनके घर पहुँची और घर से बाहर निकलने को कहा। जब उन्होंने कहा कि गाड़ी आ जाने दीजिए, फिर वह जा रहीं हैं। इस पर पुलिस ने कहा कि हम इंतजार नहीं करेंगे, आप टैक्सी से चली जाएं। पूर्व विधायक ने पुलिस के इस रवैये की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि प्रशासन इतना गिर जाएगा, कभी सोचा नहीं था।

मीडिया से चर्चा में पूर्व मंत्री अजय सूद, सीताराम कुशवाहा, महानगर अध्यक्ष तनवीर आलम, अस्फान सिद्दकी, असलम शेर सहित कई वरिष्ठ समाजवादी कार्यकर्ता मौजूद रहे।