झांसी। एफआईएच ओडिशा हॉकी मेन्स वर्ल्ड कप 2023 बस कुछ ही दिन में शुरू होने वाला है, अर्जुन अवार्डी अशोक कुमार 1975 विश्व कप विजेता ने वर्तमान मे विश्वकप हॉकी चैम्पियन कैसे बना जाए इस सवाल को लेकर बेबाक लहजे में खेल विश्लेषक बृजेन्द्र यादव से अपनी राय जाहिर की। उन्होंने बताया कि लगातार दो विश्व कप हॉकी की मेजबानी भारत की सरजमी पर हो रही है, तो उम्मीदें भी भारतीय हॉकी टीम से हॉकी खेल प्रेमियों को होंगी। अपने घरेलू मैदान पर अपने देश की टीम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकती है बशर्ते उसे 1975 की भारतीय टीम की उस ऐतिहासिक जीत को अपने जहन में रखकर इस मेगा इवेंट में 1975 के अपने प्रदर्शन को दोहराना होगा।
हॉकी विश्व कप 1971 के प्रथम विश्व कप मे कांस्य पदक 1973, द्वितीय विश्व कप मे रजत पदक और 1975 (विश्व विजेता) स्वर्ण पदक भारत को जीत कर देने वाले 1978 में भारतीय हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व ,1972 जर्मनी म्यूनिख ओलंपिक में कांस्य पदक व 1976 ओलंपिक में भारतीय हॉकी का प्रतिनिधित्व करने के साथ साथ 4 एशियन हॉकी के रजत पदक सहित भारत के लिए कुल 8 पदक जीतकर देने वाले विश्व विजेता अशोक कुमार ने भारतीय टीम के 2023 विश्व कप में अच्छे प्रदर्शन करने के संकेत देते हुए कहते है कि घरेलू मैदान पर भारत के पास अच्छे स्ट्राइकर, पेनाल्टी कॉर्नर लेने वाले और अच्छे गोलकीपर हैं। इसलिए इस विश्वकप में उनके पास इस विश्वकप में दूर तक जाने के लिए सभी अनुकूल परिस्थितिया मौजूद हैं।

अशोक कुमार ने कहा भारतीय खिलाड़ी बहुत उत्साहित या भावुक हो जाते हैं । लेकिन अगर वो अपना फोकस रख सके तो ऑस्ट्रेलिया के साथ विश्व कप जीतने के सबसे बड़े दावेदारों में से एक हैं। नीदरलैंड का विश्व कप में हमेशा अच्छा प्रदर्शन रहता है और उसे नजरअन्दाज नहीं किया जा सकता है। पिछले कुछ टूर्नामेंटों में उन्होंने काफी सुधार किया है, इसलिए मुझे उनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। भारत के साथ साथ बेल्जियम, अर्जेंटीना और इंग्लैंड भी काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इसलिए, कम से कम छह-सात टीमें हैं जो शीर्ष पर हो सकती हैं। यह बेहद दिलचस्प होगा क्योंकि टूर्नामेंट में कड़े मुकाबले होने वाले है और हॉकी को इसकी जरूरत है। भारत स्पेन, इंग्लैंड और वेल्स के साथ ग्रुप डी में है।

1975 विश्वविजेता टीम के सदस्य राइट इन अशोक कुमार ने ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह की सराहना की और बताया कि वह इतने सफल क्यों हैं? क्योंकि
हरमनप्रीत सिंह शांत स्वभाव के साथ साथ सुकून भरा रवैया है। वह वास्तव में शानदार खिलाड़ी हैं। वह अपनी ताकत और विपक्षी टीमों की कमजोरियों से भलीभांति परिचित हैं। जब वह पेनल्टी कार्नर ले रहा होता है तो वह इस पर ज्यादा जोर नहीं देता कि सामने कौन है। हालांकि मुझे लगता है कि उस पर दबाव काफी ज्यादा होगा।
विश्व विजेता अशोक कुमार ने कहा कि भारत के पास युवा ड्रैग फ्लिकरों का एक मजबूत पूल है जो एफआईएच ओडिशा हॉकी पुरुष विश्व कप 2023 भुवनेश्वर-राउरकेला में टीम की मदद करेगा। मौजूदा भारतीय टीम की सबसे बड़ी ताकत यह है कि उनके पास फॉर्वर्ड लाइन में मनदीप, मनप्रीत, विवेक सागर के रूप में अच्छा कॉम्बिनेशन होने के साथ साथ 4-5 वास्तव में अच्छे पेनल्टी कार्नर लेने वाले खिलाड़ी हैं जो स्कोर कर सकते हैं। अगर वे सभी अच्छा करेंगे, तो इससे हरमनप्रीत सिंह पर दवाब कम रहेगा। मैं उम्मीद कर सकता हूं कि भारतीय खिलाड़ी 1975 की विश्व विजेता बनने की हमारी कहानी को एकबार पुनः दोहराने में सक्षम हैं ।