महायज्ञ में गुरुवार को दोपहर 1 बजे होगा बालकों का यज्ञोपवीत संस्कार

झांसी। लक्ष्मी तालाब स्थित प्राचीन श्री महाकाली विद्यापीठ में आयोजित श्री शतचंडी महायज्ञ में बुधवार को 9 देवियों को आराधना हुई । इसके साथ ही कई जोड़ों ने यज्ञ कुंड में देवी मंत्रों का उच्चारण कर आहुति अर्पित की। बनारस से आए यज्ञचार्य नारायण शास्त्री कांकर बनारस ने कहा कि शतचंडी महायज्ञ में आहुति देने से होता है जगत का कल्याण, वहीं आज छोटे छोटे बालकों का यज्ञोपवीत संस्कार का कार्यक्रम दोपहर 1 बजे यज्ञमंडप में होगा।

श्री महाकाली विद्यापीठ में महायज्ञ 28 जनवरी तक आयोजित होगा। इसके उपरांत 9 देवियों का पूजन हुआ और समस्त देवी देवताओं की आराधना की गई। वेद मंत्रों के साथ यज्ञ कुंड में आहुतियां अर्पित की गई। वहीं मंदिर के प्रधान पुजारी अजय त्रिवेदी (गुरुजी) ने बताया कि यज्ञवेदी की परिक्रमा करने से मोक्ष, अर्थ, धर्म , काम की प्राप्ति होती हैं, महायज्ञ मे आहुति देने से जगत का कल्याण होता है वहीं प्रधान पूजारी ने बताया की आज 26 जनवरी को दोपहर 1 बजे को यज्ञमंडप में छोटे छोटे बालकों का यज्ञोपवीत संस्कार होगा यज्ञचार्य ने श्री शतचंडी महायज्ञ की महत्ता पर प्रकाश डाला। वहीं प्रधान पीठ पर मुख्य यजमान में मंदिर के पूजारी धर्मपत्नी सहित श्री मति ममता पं अजय त्रिवेदी( गुरु जी) रहे। वहीं आज के मुख्य अतिथि के रुप में श्री मति वंदना विवेक शुक्ला, श्री मति प्रीति विवेक शुक्ला रहे,इस मौके पर मंदिर व्यवस्थापक पं अरूण त्रिवेदी, तन्मय त्रिवेदी, आयुष त्रिवेदी, श्री मति लिली अभिषेक गुप्ता, देवेंद्र त्रिवेदी, सुरेंद्र, महेंद्र, रविंद्र त्रिवेदी, राकेश मिश्रा, राघव अवस्थी,गुड्डा अग्रवाल, अमित गोलू महाराज पत्रकार, सोनू पंडा, सौरभ दुबे,सुमित बाबा, तेजपाल, रवि, रामू आदि लोग उपस्थित रहे , सभी का आभार व्यक्त कुशाग्र त्रिवेदी राष्ट्रीय सचिव राष्ट्रीय हिंदु वाहिनी ने किया।