बीयू में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स सम्मिट 2023 पर कार्यशाला में विद्यार्थियों के साथ हुआ प्रेरक संवाद

झांसी। जिस प्रकार यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के क्रियान्वयन के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में सभी जनप्रतिनिधि और अधिकारी कार्य कर रहे हैं निश्चित ही उत्तर प्रदेश आने वाले समय में देश की आर्थिक राजधानी के रूप में अपनी पहचान बनाएगा। उक्त विचार बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित की जाने वाली यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स सम्मिट 2023 पर एक दिवसीय कार्यशाला के मुख्य वक्ता पूर्व कुलपति रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी प्रोफेसर अरविंद कुमार ने व्यक्त किए।

इस कार्यशाला में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय व जनपद के अनेक विद्यार्थियों ने सहभागिता की एवं उत्तर प्रदेश सरकार के आर्थिक लक्ष्यों, उसके लिए किए जा रहे प्रयासों को जाना। प्रो अरविंद्र कुमार ने कहा कि छात्रों को आर्थिक रूप से भी साक्षर होना होगा। उत्तर प्रदेश सरकार में जिस प्रकार आर्थिक वातावरण तैयार किया जा रहा है उससे इन्वेस्टर्स, बैंकर्स, कॉरपोरेटर आदि का विश्वास बढ़ा है। आधारभूत संरचना के क्षेत्र की बात करें तो वर्तमान में विश्व स्तरीय राष्ट्रीय एवं राज्य मार्ग, विद्युत की उपलब्धता, इज ऑफ डूइंग बिजनेस की परिकल्पना साकार रूप ले रही है। निश्चित ही इस समिट से उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बनने की ओर अग्रसर होगा।

मुख्य अतिथि चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के विशेष सचिव धीरेंद्र सचान ने कहा कि लखनऊ में उत्तर प्रदेश सरकार 10 से 12 फरवरी 2023 को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन करने जा रही है। वर्तमान में देश की जीडीपी में उत्तर प्रदेश का 8% योगदान है। इस राज्य में आर्थिक विकास की और अधिक संभावनाएं विद्यमान हैं जिन्हें तराशने का कार्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। देश विदेश के निवेशक उत्तर प्रदेश में औद्योगिक जगत के क्षेत्र में रुचि दिखा रहे हैं । विद्यार्थियों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के माध्यम से निशुल्क कोचिंग कुशल प्रशिक्षकों की देखरेख में कराई जा रही है। उत्तर प्रदेश युवाओं का प्रदेश है इसलिए निवेशक इस क्षेत्र में निवेश करने हेतु अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। जिससे उन्हें उपयुक्त कीमत पर पर्याप्त संख्या में कुशल मानव क्षमता प्राप्त हो सके। युवाओं के विकास हेतु सरकार द्वारा अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं इन योजनाओं का लाभ अवश्य लें।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुकेश पाण्डेय ने कहा की आज का यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री के सपनों के अनुरूप उत्तर प्रदेश के निर्माण और सृजन इस दिशा में महत्वपूर्ण है। प्रगतिवादी दृष्टिकोण एवं मानव कल्याण की भावना के दृष्टिगत ही इस कार्यशाला का आयोजन विशेषकर विश्वविद्यालय के छात्रों एवं स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए किया जा रहा है। युवाओं की सहभागिता के बिना किसी भी विकासशील संकल्पना को साकार रूप प्रदान नहीं किया सकता। वर्ष 2023 भविष्य में छात्रों के लिए अनेक संभावनाओं को विकसित करने वाला सिद्ध होगा। उत्तर प्रदेश में आज 21 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट प्राप्त हो चुके हैं। जब इसके माध्यम से उद्योग स्थापित होंगे यहां के युवाओं को रोजगार के अवसर भी वृहद स्तर पर विकसित होंगे। फार्मेसिस्ट, कृषि, निर्माण क्षेत्र एवं औद्योगिक क्षेत्र में तकनीकी एवं गैर तकनीकी युवाओं को रोजगार प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे। उत्तर प्रदेश की जनसंख्या को देखते हुए इन्वेस्टर्स को प्रशिक्षित एवं कुशल युवा प्रदान करने की जिम्मेदारी सरकार की है। कौशल विकास आधारित कार्यक्रम, नई शिक्षा नीति में प्रायोगिक शिक्षा प्रणाली पर जोर आदि से निश्चित ही एवं उद्योगों की मांग के अनुरूप युवाओं का निर्माण करने में उत्तर प्रदेश सक्षम होंगे। इस प्रकार के कार्यक्रमों से आने वाले समय में हमारा देश विश्व पटल पर निश्चित रूप से एक अनोखी छवि दर्ज कराएगा। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय लगातार विभिन्न कार्यशाला के माध्यम से इसमें अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है।

इसके पूर्व बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव विनय कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की इस पहल से निश्चित ही उत्तर प्रदेश का निर्माण सुनिश्चित होगा। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रोफेसर मुन्ना तिवारी ने आभार प्रकट किया। संचालन सहायक आचार्य डॉ इरा तिवारी द्वारा किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार, वरिष्ठ अधिकारी एसएन त्रिपाठी, एडीएम शशि भूषण, डीआईओएस ओपी सिंह , प्रो पूनम पुरी, प्रो डीके भट्ट प्रो गंगवार प्रो बी बी त्रिपाठी, प्रो सौरभ श्रीवास्तव, कार्यक्रम के उप नोडल अधिकारी डॉ ऋषि सक्सेना डॉ संदीप अग्रवाल, डॉ कौशल त्रिपाठ, डा रितु सिंह, डॉ विनीत कुमार, डॉ जाकिर खान, डॉ सादिक अली, डॉक्टर अनुपम व्यास, डॉ शिल्पा मिश्रा, डॉ विशाल आर्या, डॉ शशि आलोक, डॉ अनू सिंगला, विवेक अग्रवाल, संतोष चौहान, डॉ संतोष पाण्डेय, डॉ मोहम्मद नईम, डॉ जय सिंह के साथ विश्वविद्यालय के अनेक छात्र एवं विद्यालयों के विद्यार्थी उपस्थित रहे।