हत्या की हादसा दर्शाने खेत से शव को सड़क पर फैंका, मृतक की पत्नी, प्रेमी व साथी हत्थे चढ़े

झांसी। जनपद के थाना मोंठ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कुम्हारार में ओवर ब्रिज के पास 2 फरवरी को मिली किसान धनीराम कुशवाहा की लाश प्रकरण हादसा नहीं था। किसान की हत्या उसकी पत्नी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर करा दी थी। पुलिस ने मृतक की पत्नी, उसका प्रेमी व दो दोस्त को दबोच कर घटना में प्रयुक्त गाड़ी भी बरामद कर ली।

गुरुवार को पुलिस लाइन सभागार में पत्रकार वार्ता के दौरान एसएसपी राजेश एस ने बताया की दो फरवरी को मोठ थाना क्षेत्र में ओवर ब्रिज के पास धनीराम कुशवाहा की लाश पड़ी मिली थी। इसे सड़क हादसा बताकर परिजन कोई तहरीर नहीं दे रहे थे। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ की धनीराम की गला दबा कर हत्या की गई है। इस पर उन्होंने मोठ थाना प्रभारी निरीक्षक को विवेचना कर हत्याकांड का खुलासा करने के निर्देश दिए थे।

एसएसपी के निर्देशन पर मोठ थाना प्रभारी निरीक्षक संजय गुप्ता और उनकी टीम ने जांच पड़ताल शुरू करते हुए संदेह पर मृतक की पत्नी बबिता उर्फ सुमन से गहराई से पूछताछ की। इस पर उसकी पत्नी ने बताया की पति धनीराम उसे आए दिन मारपीट कर प्रताड़ित करता था। धनीराम की प्रताड़ना से तंग आकर उसने यह बात अपने पुराने मित्र/प्रेमी बलवान कुशवाहा निवासी तालाब पुरा चिरगांव को बताई। बलवान ने बबिता के साथ मिलकर धनीराम की हत्या की योजना बनाई। इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से एक फरवरी की रात जब धनीराम खेत की रखवाली कर रहा था तभी बलवान अपने साथी राघवेंद्र राजपूत, संजय राजपूत निवासी तालाब पुरा, चिरगांव के साथ मिलकर धनीराम को खेत से अपनी स्कॉर्पियो में लाए और उसे शराब पिलाकर गला दबा कर हत्या कर दी। हत्या के बाद उसके शव को खेत में फेंक दिया। बाद में हत्या को हादसा का रूप देने के लिए धनीराम के शव को सड़क किनारे फेंक दिया ताकि सरकारी योजना के अनुसार सड़क दुर्घटना में मिलने वाली आर्थिक सहायता का लाभ बबीता को मिल सके।

उन्होंने बताया कि हत्यारों की योजना का खुलासा हो गया। मोंठ पुलिस की तफ्तीश में आरोपी फंस गए। मोठ पुलिस ने मृतक की पत्नी सहित चाउ आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त स्कॉर्पियो बरामद कर ली है।