दो वर्ष पूर्व हुई थी डकैती में 5 वर्ष की सजा 

झांसी। झांसी जिला कारागार जेल में डकैती के जुर्म की सजा काट रहे 101 साल के कैदी की उपचार के दौरान मेडिकल कॉलेज में मंगलवार की रात को मौत हो गई। उसे 3 दिन पहले तबीयत बिगड़ने के बाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर पटेल का कहना है कि दो साल पहले उसे कारावास की सजा सुनाई गई थी। सूचना पर परिजन झांसी पहुंच गए।

बताया गया है कि हीरालाल पुत्र मनू पाल कटेरा थाना क्षेत्र के चिरकना गांव का निवासी था। कुछ वर्ष पहले उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उल्दन थाना क्षेत्र में मंदिर में डकैती डाली थी। पुलिस ने हीरालाल आदि को गिरफ्तार किया था। न्यायालय में लंबी सुनवाई के उपरांत 9 फरवरी 2021 को न्यायालय ने डकैती एक्ट में 5 साल के कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद से हीरालाल जिला जेल में बंद था।

इस दौरान करोना काल में उसे पैरोल पर छोड़ दिया गया था। वह नवंबर माह में वापस जिला कारागार लौट कर आया था। तब तक उसकी आयु सौ वर्ष से अधिक हो चुकी थी, किंतु उसे कारागार से मुक्ति नहीं मिली थी। जेल अधिकारियों के मुताबिक, 25 फरवरी को हीरालाल की यूरिन से खून आने पर जांच की गई। तबीयत खराब होने पर हीरालाल को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। सूचना मिलने पर उसके रिश्ते में भतीजा नारायण झांसी पहुंच गया। उसने मीडिया को बताया कि हीरालाल दो साल से जेल में बंद थे। हीरालाल गांव में मजदूरी करते थे तभी उनकी मेरी बुआ से दोस्ती हो गई और दोनों एक साथ रहने लगे। बुआ और उनके बच्चों की मौत हो चुकी है।