– एनपीएस के मुद्दे पर संयुक्त मंच में दरार के सवाल पर पत्रकार पर भड़के नेता, किया बहिष्कार 

झांसी ! एनसीआरएमयू के मण्डलीय नेताओं के समक्ष उस समय असहज स्थिति उत्पन्न हो गई जब कुछ पत्रकारों ने रेलवे के दूसरे मान्यता प्राप्त संगठन व अन्य संगठनों के उनके साथ नहीं होने पर संयुक्त मंच की एक जुटता पर ही सवाल खड़े किए तो नेताओं को जवाब देते नहीं बना। उन्होंने रेलवे के दूसरे मान्यता प्राप्त संगठन को राजनैतिक दल का पिट्ठू निरूपित करते हुए कहा कि लाल झंडे का संगठन एनपीएस के मुद्दे पर आरपार की लड़ाई के लिए तैयार हैं, केंद्र के किसी भी झुनझुने में फंसने वाला नहीं है। इस दौरान पत्रकारों के तर्क करने पर नेता बहस पर उतर आए। इस पर पत्रकारों ने बहिष्कार कर दिया। हालत देख कर नेता बैकफुट पर आ गए और पत्रकारों की मनामनौवल करने लगे, किंतु उन्हें सफलता नहीं मिली।

नेशनल पेंशन स्कीम कर्मचारियों के भविष्य पर कुठाराघात – डी.के खरे

एनसीआरएमयू के मंडल कार्यालय में बुधवार को एन.सी.आर.एम.यू. के नव नियुक्त मण्डल पदाधिकारियों की पहली पत्रकार वार्ता आयोजित की गई थी। इस दौरान एन.सी.आर.एम.यू. के मण्डल अध्यक्ष डी.के खरे एवं मण्डल मंत्री अमर सिंह यादव ने बताया कि एनपीएस कर्मचारियों के भविष्य पर कुठाराघात है। इसमें पेंशन की कोई गारंटी नही, जबकि पुरानी पेंशन में कर्मचारी व उसके परिवार को गांरटेड फैमली पेंशन मिलती है। जबकि एनपीएस में ऐसा प्रावधान नहीं है। एनपीएस में फंड निकालने की कोई भी सुविधा नहीं जबकि पुरानी पेंशन में कर्मचारी अपना फंड निकाल सकते हैं। एनपीएस में कर्मचारियों का पैसा शेयर मार्केट के उतार चढ़ाव पर निर्भर करता है। सेवा निवृति के समय कर्मचारियों को पी.एफ. का एक मुश्त राशि का भुगतान कर दिया जाता है जबकि एनपीएस में पैसा नही है। इस स्कीम में कर्मचारियों का भविष्य अंधेरे में है।

उन्होंने बताया कि उक्त खामियों को देखते हुये राष्ट्रीय स्तर पर पुरानी पेंशन बहाली हेतु केन्द्रीय एवं राज्य कर्मचारियों का एक संयुक्त मंच (एन.जे.सी.ए) बनाया गया है जिसमें लगभग 120 संगठन जुडे हुये हैं। उसी आधार पर स्थानीय स्तर पर भी एक संयुक्त मंच बनाया गया है। जिसके प्रथम चरण में राष्ट्रपति को एनपीएस के विरोध में कर्मचारियों द्वारा संयुक्त ज्ञापन भेजा गया है। द्वितीय चरण में 21 मार्च को एक विशाल रैली का आयोजन किया जा रहा है। उपरोक्त रैली के संदर्भ में 16 मार्च को एनसीआरएमयू के मण्डल कार्यालय में केन्द्रीय कर्मचारी संगठन व राज्य कर्मचारियों के संगठनों के प्रतिनिधियों की सभा बुलाई गयी है। जिसमें विशाल रैली को सफल बनाने एवं आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया जायेगा। यदि सरकार एनपीएस को ओपीएस में बदलने में मजदूर विरोधी अपनाती है, तो मजदूर संगठन संघर्ष का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।

इस अवसर पर मण्डल कोषाध्यक्ष जसवंत सिंह, संयुक्त सचिव निर्मल सिंह संधू, मण्डल उपाध्यक्ष अनिरूद्ध यादव, सहा सचिव आईलिन लाल आदि उपस्थित रहे।