टीटीई पर अभद्रता, मारपीट, नाजायज रुपए मांगने के आरोप लगाये
झांसी। साबरमती एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में रिजर्वेशन के बाद एसी कोच में परिजनों के साथ बैठे सीनियर सिटीजन को चेकिंग के दौरान टीटीई द्वारा पकड़ कर जुर्माना वसूलने के प्रयास पर हंगामा हो गया। यात्री पक्ष ने टीटीई पर दुर्व्यवहार, मारपीट एवं नाजायज रुपए मांगने का आरोप लगा कर शिकायत की। इस मामले में झांसी स्टेशन पर भी बवाल हुआ। बुजुर्ग के साथ यात्रा कर रहीं महिला ने घटना की शिकायत रेलवे समेत जीआरपी से की है।
दरअसल, अहमदाबाद निवासी 62 वर्षीय सुरेश शर्मा अपनी पत्नी सुरेखा शर्मा, नाती, भांजी, उसके बेटे के साथ झांसी के गढ़मऊ में रहने वाले अपने भांजे की बेटी की शादी में शामिल होने आए हैं। सुरेश शर्मा ने अहमदाबाद से साबरमती एक्सप्रेस से झांसी आने के लिए अपना रिजर्वेशन ट्रेन के स्लीपर कोच S-5 में कराया था, जिसमें उन्हें लोअर बर्थ नम्बर 52 मिली थी। वहीं, परिवार के तीन सदस्यों का रिजर्वेशन थर्ड AC इकॉनमी कोच M-1 की सीट नंबर 9, 10 और 11 पर था। शर्मा की मानें तो ट्रेन जब ललितपुर स्टेशन पर रुकी तो वह अपने नाती के लिए दवा लेने ट्रेन से उतरे और फिर वह दवा देने एसी कोच में परिवार के पास आ गए।
इसी दौरान एसी कोच में आए टीटीई ने उन पर पेनाल्टी लगाने को कहा और जब उन्होंने कहा कि वह एसी कोच में नहीं बैठते हैं, क्योंकि उन्हें एसी से एलर्जी होती है, यहां केवल दवाई देने आए थे। यदि उन्हें एसी कोच में ही बैठना होता तो वह अपना भी रिजर्वेशन परिवार के साथ करा सकते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि इसे अनसुना करते हुए टीटीई ने अभद्रता की और उनसे नाजायज पैसे की भी मांग की। रुपए देने से मना करने पर टीटीई ने उन्हें धक्का दे दिया, जिससे वह कोच में ही गिर गए।
इस मामले में यात्री सुरेश शर्मा के भतीजे अनिकेत शर्मा ने x पर शिकायत करते हुए आरोप लगाया कि टीटीई ने उनके मामा व साथ में यात्रा कर रही मामी और बहन के साथ अभद्रता करते हुए मारपीट की है, उनसे नाजायज पैसे भी मांगे। जब पैसे नहीं दिए तो मारपीट पर उतारू हो गए। अन्य यात्रियों के विरोध पर टीटीई कोच से चला गया। आरोप है कि ट्रेन जब झांसी स्टेशन पहुंची तो टीटीई ने अपने एक साथी टीटीई को कोच के सामने बुला लिया और जैसे ही उनके परिजन ट्रेन से नीचे उतरे तो मारपीट और धक्का देना शुरू कर दिया। इसी के बाद उन्होंने शिकायत दर्ज कराई।
पूरे मामले में शिकायत के बाद की गई शुरुआती जांच में पाया गया कि बुजुर्ग यात्री का रिजर्वेशन स्लीपर कोच में होने के बावजूद वह एसी कोच में बैठे थे। इस पर ऑन ड्यूटी टीटीई ने उनसे अपनी सीट पर जाने के लिए कहा था या फिर पेनाल्टी देने को कहा। इसी बात को लेकर दोनों में बहस हो गई। शिकायत में अभद्रता, मारपीट व नाजायज़ पैसे मांगने के आरोप ग़लत हैं।