– दो दिवसीय लेखक सम्मिलन में होगा हिंदी साहित्य के विविध पहलुओं पर मंथन
– दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सृजनात्मक लेखन कार्यशाला का भी आयोजन होगा
– 26 से 31 मार्च तक विवि परिसर में चलेगा पुस्तक मेला

झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय परिसर में देशभर के नामवर हिंदी लेखकों और साहित्यकारों का जमावड़ा 25 और 26 मार्च 2023 को होगा। विश्वविद्यालय के राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त हिंदी संस्थान और साहित्य अकादमी नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में 25 और 26 मार्च 2023 को दो दिवसीय हिंदी लेखक सम्मिलन का आयोजन किया जाएगा। इसमें हिंदी साहित्य के विविध पहलुओं पर विचार मंथन होगा। यह जानकारी हिंदी संस्थान के अध्यक्ष और कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो. मुन्ना तिवारी ने दी।
उन्होंने बताया कि 25 मार्च को पूुर्वाहन 11 बजे बुविवि के गांधी सभागार में लेखक सम्मिलन शुरू होगा। इसके उदघाटन सत्र में बुविवि के पूर्व कुलपति प्रो सुरेंद्र दुबे, वर्तमान कुलपति प्रो मुकेश पाण्डेय, साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी और साहित्य अकादमी के संपादक अनुपम तिवारी शामिल होंगे। अन्य सत्रों में देश के जाने माने साहित्यकार रामदेव शुक्ल, उर्मिला शिरीष, ए अच्युतन, आशुतोष, राजा बुंदेला, नंद किशोर पाण्डेय, प्रो पवन अग्रवाल, जनजातीय राष्ट्रीय विवि, अमरकंटक के कुलपति श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी, संजय तिवारी आदि उपस्थित रहेंगे। प्रो. तिवारी ने बताया कि हिंदी संस्थान में 27 और 28 मार्च को दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सृजनात्मक लेखन कार्यशाला का भी आयोजन होगा। इसे हिंदुस्तानी अकादमी उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जाएगा। इसके उदघाटन सत्र में जनजातीय राष्ट्रीय विवि, अमरकंटक के कुलपति श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी, बुविवि के पूर्व कुलपति प्रो सुरेंद्र दुबे, केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा की निदेशक बीना शर्मा, हिंदुस्तान अकादमी के सचिव देवेंद्र प्रताप सिंह, नेपाल के काठमांडू शहर की डा. संगीता वर्मा, डा. श्वेता दीप्ति, डा. डिल्लीराम शर्मा, मनचला झा शामिल रहेंगे। इसके समापन सत्र में पदमश्री कैलाश मड़वैया, झांसी के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार, भाषा संस्थान, लखनउ के पूर्व अध्यक्ष प्रो. राजनारायण शुक्ल, प्रो योगेंद्र सिंह, उमेश कुमार सिंह, आलोक पाण्डेय आदि उपस्थित रहेंगे।

28 मार्च की शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके मुख्य अतिथि पदमश्री राम सहाय पाण्डेय होेंगे। इसके अलावा 29, 30 और 31 मार्च को बुंदेली संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इसके उदघाटन सत्र में पदमश्री कैलाश मड़वैया, राज्य मंत्री हरगोविंद कुशवाहा, रतिकुंज तिवारी भानु उपस्थित रहेंगे। समापन सत्र में पदमश्री अजय कुमार जड़िया, बहादुर सिंह परमार उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा बुंदेलखंड क्षेत्र के जाने माने बुंदेली साहित्यकार अलग अलग सत्रों को संबोधित करेंगे।
उन्होंने बताया कि 26 मार्च से 31 मार्च तक विश्वविद्यालय परिसर में पुस्तक मेले का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें देशभर के 40 से अधिक प्रकाशक शामिल होंगे। विद्यार्थियों को अपने विषयों से संबंधित बेहतरीन पुस्तकें प्राप्त करने का मौका मिलेगा। इस दौरान डा. उमेश कुमार, डा. श्वेता पाण्डेय, डा. नवीन चंद्र पटेल, डा. श्रीहरि त्रिपाठी, डा. पुनीत श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।