बाल कल्याण समिति की भूमिका को सभी ने सराहा 

झांसी। 28 अप्रैल को बाल कल्याण समिति के त्वरित एवं सराहनीय प्रयास से ससुराल वालों द्वारा मां की गोद से छीनी गयी डेढ़ वर्षीय बेटी जब वापस गोद में पहुंची मां-बेटी की खुशियों की सीमा नहीं रही। सभी ने बाल कल्याण समिति के प्रयासों को सराहा।

अध्यक्ष बाल कल्याण समिति राजीव शर्मा ने बताया कि लगभग तीन वर्ष पूर्व झाँसी निवासी पायल (काल्पनिक नाम ) का विवाह शिवपुरी मप्र निवासी अक्षय से हिन्दू रीति रिवाज के साथ सम्पन्न हुआ था। बडे़ अरमानों के साथ पायल जब ससुराल पहुँची तो कुछ समय बाद ही उसको पता चला कि उसका पति जो भी कमाता है सब नशे व जुए में उड़ा देता है। पायल ने दिल पर पत्थर रखकर गृहस्थी को चलाने में पूरा सहयोग किया। अक्टूबर 2021 में पायल ने एक बेटी को जन्म दिया। ससुराल वाले बेटी के जन्म की बात सुनते ही बड़े दुखी हुए और पायल को ताने मारने लगे। पति-पत्नि के मध्य दिनों दिन और सम्बन्ध खराब होते गये। पति ने अपनी आदतों में कोई सुधार नहीं किया।
13 अप्रैल 2023 को पति ने मामूली कहा सुनी पर पायल को मारपीट कर घर से निकाल दिया और पति के बड़े भाई ने उसकी दुधमुँही बेटी को गोद से छीन लिया। पायल किसी तरह झांसी स्थित अपने मायके पहुँची।
बेटी के वियोग में परेशान पायल ने वन स्टाप सेंटर की मैंनेजर प्रीति के माध्यम से बाल कल्याण समिति के समक्ष अपनी व्यथा प्रस्तुत करते हुए बताया कि बच्ची उसके बिना नहीं रह सकती है। अतः बच्ची को उसके संरक्षण में दिलाया जाये।

बाल कल्याण समिति अध्यक्ष राजीव शर्मा ने पायल के प्रार्थना पत्र पर तत्काल संज्ञान लेते हुए पायल की ससुराल वालों को बच्ची के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिये। उन्होंने पायल एवं उसके पति को समझाया तथा कहा कि बच्ची को माता-पिता दोनों की जरूरत होती है परन्तु उसकी उम्र को देखते हुए उसे मां की ज़्यादा ज़रूरत है। काफी समझाने पर ससुराल वालों ने अध्यक्ष बाल कल्याण समिति की बात से सहमत होते हुए बच्ची तनिष्का को उसकी मां को सौंप दिया और भविष्य में साथ रहने का आश्वासन देते हुए चले गये। बेटी को पाकर मां की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस कार्यवाही के दौरान बाल कल्याण समिति की सदस्य परवीन खान, दीप्ति सक्सैना एवं कोमल सिंह उपस्थित रहे।