झांसी। मजदूर दिवस के अवसर पर नार्थ सेण्ट्रल रेलवे इम्प्लाॅईज संघ झांसी के मंडल कार्यालय में आयोजित सभा में झांसी की विभिन्न शाखाओं के पदाधिकारियों एवं सक्रिय कार्यकर्ताओं ने भाग लेकर अपने अधिकारों की लड़ाई लडने के लिए संघर्ष के लिए तैयार रहने का आव्हान किया और जिन श्रमिकों ने कामगारों के मानवीय तथा मूलभूत अधिकारों को प्राप्त करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी उन्हें याद कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की |
मंडल सचिव भानुप्रताप सिंह चंदेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज भी भारतीय रेल में बहुत से श्रमिकों से आठ घंटे से अधिक कार्य कराया जाता है जो किसी भी दृष्टिकोण से न तो मानवीय है और न ही विकसित समाज का द्योतक है | हमारे शासन और प्रशासन को यह ध्यान रखते हुए श्रम कानून बनाने चाहिए ताकि मानव के मूलभूत अधिकारों का हनन न हो | उन्होंने आवाहन किया कि श्रमिकों को अपना शोषण करने वालों के विरुद्ध मुखर होकर आवाज बुलंद करना चाहिए |
मुख्य वक्ताओं में बी के सिंह, इंद्र विजय सिंह, संजीव नायक,विक्रम सिंह, घनश्यामदास, रविन्द्र मोहन श्रीवास्तव, विवेक चढ्ढा, मोहम्मद उमर खान ने अपने विचार व्यक्त किए | इस अवसर पर आरती तमोरी,सुनीता झा, सरिता दास, अतलेश, विन्नी भटनागर, अरुण गुप्ता, योगेश कुमार, अतुल साहू, सुनील राय, रामचन्द्र यादव, अश्विनी गोस्वामी, अच्छे लाल प्रजापति, दीपक सेन, सतीश जोशी, महीप सिंह, संतोष राजपाली, राजेश कुमार (छोटू), अजीत कुमार, गजेन्द्र साहू, शैलेन्द्र रावत, कुलदीप राजपूत, कामता साहू, प्रमोद कुमार, अनिल बुंदेली, महेश यादव, नवीन शर्मा, प्रश्न जीत विश्वास, अमरजीत सिंह अरोरा, आनन्द वर्मा, शैलेन्द्र कुमार, नीरज इत्यादि भारी संख्या में श्रमिकों ने भाग लिया |