पीएम को संबोधित ज्ञापन डीआरएम, मुख्य कारखाना प्रबंधक को सौंपा 

झांसी । बीएमएस से संबंधित यूएमआरकेएस ने पुरानी पेंशन बहाली हेतु सोमवार को बाइक रैली निकाली और प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीआरएम , मुख्य कारखाना प्रबंधक को सौंपा।

इस दौरान बताया गया कि 1 जनवरी 2004 से सरकारी कर्मचारियों की पेंशन खत्म कर न्यू पेंशन स्कीम लागू कर दी गई जिसमें कर्मचारियों के बुढ़ापे में उनकी सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है जो एनपीएस वाले कर्मचारी आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं उनको मात्र 1300/-, 1700/-, 2900/- आदि मिल रही है, इसमें एक कर्मचारी के परिवार का कुछ नहीं हो सकता है इसलिए नई पेंशन स्कीम का विरोध बीएमएस शुरू से ही कर रहा है और निरंतर भारत सरकार से वार्ता भी कर रहा है परिणाम स्वरूप एनपीएस में कई संशोधन, जैसे ग्रेच्युटी का प्रावधान, डेथ होने पर फैमिली पेंशन, आंशिक निकासी, सरकारी अनुदान 10 से 14%, फंड मैनेजर बदलने की सुविधा, एनपीएस की समीक्षा हेतु कमेटी, आदि किए गए परंतु कर्मचारियों को अभी भी सेवानिवृत्ति उपरांत किसी भी तरह की न्यूनतम पेंशन गारंटी नहीं है। महंगाई से राहत हेतु महंगाई भत्ता का न होना, 80, 85, 90, 95, 100 वर्ष आयु होने पर अतिरिक्त पेंशन का लाभ न होना, लापता कर्मचारियों के मामले में कोई सुरक्षा उपायों का ना होना, अनिवार्य सेवानिवृत्ति में पेंशन न होना, क्षतिपूर्ति की पेंशन का न होना इत्यादि सुविधाएं एनपीएस कर्मचारियों को नहीं मिलती है। जबकि पुरानी पेंशन में यह सभी सुविधाएं लागू है।

भारतीय रेलवे मजदूर संघ एवं सरकारी कर्मचारी राष्ट्रीय परिसंघ के आह्वान पर सोमवार को NPS की कमियों एवं पुरानी पेंशन के फायदों से कर्मचारियों को जागरुक कर मालवाहन कारखाना से मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय तक विशाल बाइक रैली जोनल संगठन मंत्री सीके चतुर्वेदी के नेतृत्व में निकाली गई और एनपीएस को खत्म कर पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग प्रधानमंत्री भारत सरकार को संबोधित ज्ञापन मुख्य कारखाना प्रबंधक एवं मंडल रेल प्रबंधक को देकर की गई।

बाइक रैली में मुख्य रूप से महामंत्री हेमंत कुमार विश्वकर्मा, मंडल अध्यक्ष सतीश गुप्ता, कारखाना अध्यक्ष पप्पू राम सहाय, मंडल मंत्री ए के शुक्ला, मंडल संगठन मंत्री मोहम्मद इरशाद खान, कारखाना मंत्री दयानिधि मिश्रा, संजीव वर्मा, संजीत मिश्रा,भरत प्रताप सिंह, सत्यव्रत आर्य, तेजपाल सिंह, विवेक कुणाल, मोहित रायकवार, एस के चौबे, कपीश सिंह, मुकेश मौर्य, नीरज शिवहरे,मीठा लाल मीणा, खेम चंद्र मीणा, सौरभ उदैनिया, धीरेन्द्र कुशवाहा, एस. के. शर्मा, उपेंद्र श्रीवास्तव, आरके ठकुरानी, नीतेश, जोहेब, मोहन वर्मा, सुभाष, सुग्रीव, ए. के. झा, जी शुक्ला इत्यादि कार्यकर्ता एवं कर्मचारी उपस्थित हुए।