भानु का दावा – पुनः फूंका जाएगा पुतला, रणनीति बदलेगी 

झांसी। पृथक बुंदेलखंड राज्य निर्माण के मुद्दे पर आंदोलनरत बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा द्वारा बुन्देलखंड राज्य तीन साल के भीतर बनाने के वायदा खिलाफी के विरोध में झांसी में इलाइट चौराहा पर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, पूर्व सांसद उमाभारती के चार मुखी पुतले फूंकने का प्रयास उस समय विफल हो गया जब पहले से ही सतर्क पुलिस ने छीना झपटी की और पुतला टुकड़े टुकड़े में बिखर गया।

गौरतलब है कि बुनिमो द्वारा बुन्देलखंड राज्य निर्माण पर वायदा खिलाफी पर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, पूर्व सांसद उमाभारती पर लगातार हमले जारी हैं। मोर्चा द्वारा इन नेताओं के मुखौटे लगे पुतले फूंककर ध्यानाकर्षण का अभियान छेड़ दिया गया है। इसी क्रम रविवार को झांसी की हृदय स्थली इलाइट चौराहा पर चार मुखी पुतला फूंकने की घोषणा की थी। मार्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष भानु सहाय का कहना है कि इन नेताओं ने बुन्देलखंड राज्य तीन साल के भीतर बना देने का वादा बुंदेलियों से किया गया था। तीन की जगह 9 साल से ज्यादा का समय गुजर जाने पर वायदा पूरा नहीं किया। हमीरपुर से सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल को छोड़ अखंड बुन्देलखंड क्षेत्र के किसी भी सांसद ने संसद में राज्य निर्माण का मुद्दा नही रखा। इससे आंदोलन किया जा रहा है।

पूर्व निर्धारित दिए गए समय के पूर्व बुन्देली योद्धा झंडा व बैनर लेकर इलाइट चौराहा पर एकत्रित हुए और भारी संख्या में मौजूद पुलिस को धता दिखाते हुए जमकर नारे बाजी व प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसी बीच मोर्चा अध्यक्ष भानू सहाय नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह एवं उमा भारती के मुखौटे लगा पुतला लेकर गली से निकल कर चौराहा की तरफ बढ़े। पुतला देख गिद्ध की तरह सादा में पुलिस कर्मी तले पर झपटी। पुलिस एवं बुन्देली योद्धाओं में जमकर पुतला को लेकर छीना झपटी शुरू। पुलिस एवं बुन्देली योद्धाओं में जम कर संघर्ष हुआ। आखिर में पुलिस पुतले को चिंता झपटी कर छोटे छोटे टुकड़े करने में कामयाब रही।
पुलिस ने पुतले को तो छोटे छोटे टुकड़े में तोड़ लिया पर बुन्देली योद्धाओं के जोश को देख कर सभी हतप्रद थे क्योंकि एक भी बुन्देली योद्धा न डरा, न रूका, न भागा जम कर संघर्ष करते रहे जो मोर्चा के आत्मबल बढ़ाने का कार्य किया है।
भानु ने बताया कि अब बुन्देली योद्धाओं द्वारा अपना पराक्रम 2023 में मध्यप्रदेश एवं 24 के आम चुनावों में बुन्देलखंड राज्य निर्माण की वादा खिलाफी के विरोध में इन वादा ख़िलाफियों को हरा कर बदला लिया जाएगा।
पुष्पेंद्र सिंह चंदेल के अलावा अखंड बुन्देलखंड के सांसदों की राज्य निर्माण पर चुप्पी वाध्य कर रही है बार बार पुतला जलाने के लिए। 4 साल इन आठों सांसदों की प्रतीक्षा हम बुन्देली करते रहे पर इन्होंने बुन्देलखंड राज्य का पक्ष नही रखा। यदि आठों सांसद बुंदेलियों की भावनानुसार बुन्देलखंड राज्य का मुद्दा संसद में नही रखा तो 20 जुलाई से प्रारम्भ होने वाले लोक सभा सत्र के बीच मे पुनः पुतला जलाने का कार्य किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी आठों सांसदों की होगी।
पुतला फूंके जाते समय अशोक कुमार सक्सेना, महामंत्री रघुराज शर्मा, वरूण अग्रवाल, गिरजा शंकर राय, रवि माथुर ऐडवोकेट कुंवर बहादुर आदिम, गोलू ठाकुर, अन्नू मिश्रा, प्रदीप नाथ झा, अनिल कश्यप रामजी सिंह पारीछा, ब्रजेश राय, दुली चन्द्र कुशवाहा, प्रेम सपेरा, शंकर रायकवार, विजय रायकवार, अरुण रायकवार, कलाम कुरेशी, सी. डी. लिटोरिया, अंकुर सहाय, प्रभुदयाल कुशवाहा, संतोष वर्मा, हिरदेश सिंह, मुहम्मद सफीक, सैम तिरकी, बी आर निषाद बट्टागुरू, प्रदीप गुर्जर, अभिषेक राय,चंद्रभान सिंह, देवी प्रसाद, राजेश , विवेक जैन दीपक सिंह, बृजेश कुमार पार्षद कटेरा आदि उपस्थित रहे।