डीआरएम को सौंपा ज्ञापन, आरोपी चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग 

झांसी । NCRES इसके मंडल कार्यालय सुकुल सदन से एक जुलूस मंडल अध्यक्ष राम कुमार सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुए मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पहुंच कर  सभा के रूप में परिवर्तित हो गया। इस दौरान मंडल सचिव भानु प्रताप सिंह चंदेल ने बताया कि 12 एवं 13 जुलाई को NCRES झांसी की मंडली परिषद सभा के समक्ष 23वीं स्थाई वार्ता तंत्र की बैठक के दौरान मंडल चिकित्सालय झांसी में व्याप्त समस्याओं पर चर्चा के अंतर्गत दो सीनियर डॉक्टर्स डॉ के द्वारा समय पर ओपीडी में ना बैठना, 40 से अधिक अधिक मरीज ना देखना एवं मरीजों से अभद्रता पूर्वक व्यवहार करने जैसे मुद्दों को उठाया गया था। इससे नाराज होकर एक आरोपी डॉक्टर ने अपने रिश्तेदार पूर्व पार्षद निवासी कृष्ण एनक्लेव को संगठन के शाखा के कार्यकारी अध्यक्ष संतोष कुमार तिवारी के घर भेजा और उनको उनके परिवार को मारने की धमकी दी तथा कहा कि गाड़ी से एक्सीडेंट करवा देंगे।

इतना ही नहीं इसके उपरांत उनके कथित रिश्तेदार ने संतोष कुमार तिवारी की बात सीनियर डाक्टर से करवाई जिस पर उनके द्वारा भी उनको धमकी दी गई। इसकी जानकारी लगने पर संघ में और कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। इस मामले में मंगलवार को मंडलीय अस्पताल में सीएमएस के समक्ष प्रदर्शन किया गया था।  बुधवार को इसको बड़े रूप में दिया गया।

घटना की प्राथमिकी संबंधित थाना क्षेत्र में दर्ज कराने हेतु 18 जुलाई को आवेदन दे दिया गया है और डीआरएम महोदय से ऐसे भ्रष्ट और गुंडे प्रवत्ति के डॉक्टर को स्थानांतरण करने की मांग की गई है। अगर संघ की यह मांग पूरी नहीं हुई तो संवैधानिक रूप से संघ को और संगठन को दिए गए अधिकारों का उपयोग करते हुए विरोध प्रदर्शन को आगे बढ़ाया जाएगा |
प्रदर्शन का नेतृत्व मंडल अध्यक्ष रामकुमार सिंह तथा ज्ञापन मंडल सचिव भानुप्रताप सिंह चंदेल ने सौंपा|
इस दौरान महेंद्र सेन, विवेक चढ्ढा, अश्विनी गोस्वामी, आरती तमोरी, इन्द्र विजय सिंह, कामता प्रसाद साहू, महेश यादव, रक्षा शर्मा, नरेंद्र राजपूत, राजेश कुमार (छोटू), नरेंद्र वर्मा, आशू गुप्ता , क्रांति राजपूत इत्यादि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे |

डीआरएम बोले मामले की जांच की जा रही है

इस मामले में मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि एनसीआरईएस नेताओं ने ज्ञापन दिया है और मामला उनके संज्ञान में आया है। मामले की जांच पड़ताल कर जाएगी। जांच के आदेश दे दिए गए हैं।