100 विकास परियोजनाओं का बटन दबाकर किया लोकार्पण एवं शिलान्यास

– झांसी व चित्रकूट को मिलेगी हवाई अड्डे की सौगात 

– शिक्षा भवन में आधुनिक लाइब्रेरी, रानी लक्ष्मीबाई पार्क में हॉकी म्यूजियम का उद्घाटन व मेजर ध्यानचंद की 25 फीट ऊंची मूर्ति का किया अनावरण
– राष्ट्रीय खेल दिवस पर मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित कर ओलंपियन का किया सम्मान
– ‘‘गांव-गांव की गौरव गाथा’’ पुस्तक का विमोचन
– मुख्यमंत्री ने एकलव्य क्रीड़ा कोष से 125 राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान पाने वाले खिलाड़ियों के खातों में किए हस्तांतरित ₹ 32 लाख 35 हजार

झांसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की धरती एवं हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जन्मस्थली झांसी में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में 2009 करोड़ रुपये लागत की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री कहा कि बुंदेलखंड में विकास की अपार सम्भावनाएं हैं, जनपद के जनप्रतिनिधियों द्वारा प्राप्त समस्त प्रस्ताव को अनुमोदित करते हुए बुंदेलखंड क्षेत्र को सरकार नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने राष्ट्रीय खेल दिवस पर कार्यक्रम में हॉकी के जादूगर महान सपूत की स्मृतियों को प्रेषित करते हुए मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने वर्ष 1928, 1932 और 1936 में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने वाले हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद सहित अन्य खिलाड़ियों को याद किया। उन्होंने कहा कि 1936 में जर्मनी को हराकर गोल्ड मेडल जीतने पर जर्मनी के चांसलर ने उन्हें जर्मनी की नागरिकता दिए जाने का प्रस्ताव रखा, जिसे उन्होंने अस्वीकार करते हुए सच्चे राष्ट्रभक्ति होने का प्रमाण दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झांसी की भूमि महारानी लक्ष्मीबाई की धरा है, जो एक ओर वीरांगनाओं के बलिदान और शौर्य को प्रदर्शित करती है, वहीं दूसरी ओर खेलों की बात आती है, तो मेजर ध्यानचंद का नाम लिया जाता है। प्रदेश में खेल को बढ़ावा देने के लिए मेरठ में मेजर ध्यानचंद के नाम से खेल विश्वविद्यालय बनाया जा रहा है। आज बहुत ही गौरांवित क्षण है कि वीरों की धरती पर प्रदेश का पहले हॉकी म्यूजियम का लोकार्पण किया जा रहा है। इस म्यूजियम में मेजर ध्यानचंद की स्मृतियों को डिजिटल रुप से संजोकर रखा गया है, इसके अतिरिक्त खेल के प्रति लोगों को जागरूक करने के विषय में भी काफी कुछ जानकारियां दी गई हैं। म्यूजियम का भ्रमण करते हुए उन्होंने अधिक से अधिक बच्चों को म्यूजियम देखे जाने का सुझाव दिया, इसके अतिरिक्त उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई पार्क में 25 फीट ऊंची मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा का भी अनावरण किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व ओलंपियन खिलाड़ियों गुरु बक्श, अशोक कुमार ध्यानचंद, ओंकार सिंह, विनीत कुमार शर्मा, रोमियो जेम्स, अशोक दीवान, आर पी सिंह, अब्दुल अजीज, वीरेंद्र सिंह, सुबोध खांडेकर, जानेशेर खान, हसरत कुरैशी और परमजीत सिंह को स्मृति चिन्ह और शाल भेंटकर सम्मानित किया। उन्होंने सभी पूर्व खिलाड़ियों को  नये युवाओं के प्रशिक्षण हेतु रखे जाने का सुझाव दिया। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों के फिटनेस और उपकरण के लिए एकलव्य क्रीडा कोष से 125 खिलाड़ियों को फैलोशिप प्रदान करने हेतु 32 लाख 35 हजार रुपए की धनराशि उनके खातों में हस्तान्तरित की। उन्होंने समस्त राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को प्रदेश का मान बढ़ाने के लिए उनका अभिनंदन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने ओलंपियन सुभाष एलवाई तथा आरपी सिंह का भी अभिनंदन किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राजकीय जिला पुस्तकालय का निर्माण रुपए 9.65 करोड़ की लागत से शिक्षा भवन प्रांगण में नवनिर्मित आधुनिक लाइब्रेरी का उद्घाटन किया। उन्होंने लाइब्रेरी का निरीक्षण करते हुए अध्यनरत बच्चों से संवाद स्थापित करते हुए उन्हें चॉकलेट और मिठाइयां वितरित की, उन्होंने कहा की लाइब्रेरी में हर विद्यालय के बच्चे अवश्य जाये और वहां पर विभिन्न विषयों की जानकारी प्राप्त करें।
मुख्यमंत्री द्वारा रानी लक्ष्मीबाई पार्क मे प्रधानमंत्री के स्मार्ट सिटी विजन को साकार करते हुए 600 वर्ग मीटर में रुपए 19.7 करोड़ की लागत से तैयार मेजर ध्यानचंद के नाम पर प्रदेश का पहला डिजिटल हॉकी संग्रहालय का भी उद्घाटन किया। उन्होंने हॉकी म्यूजियम का भ्रमण करते हुए वहां मेजर ध्यानचंद जी स्मृतियों और जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं को देखा। इस अवसर पर उन्होंने मेजर ध्यानचंद जी के कट आउट के साथ फोटो भी खिंचवाया, इसके अतिरिक्त उन्होंने 25 फीट ऊंची मेजर ध्यानचंद जी की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने लोगों से विशेष कर नौनिहाल खिलाड़ियों से मेजर ध्यानचंद म्यूजियम का भ्रमण करने को कहा ताकि खेल के प्रति आगे बढ़ने की प्रेरणा मिल सके।
उन्होंने कहा कि झांसी प्राकृतिक संसाधन एवं सौंदर्य से परिपूर्ण है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण के पश्चात झांसी में विकास के नए पंख लग गए हैं। उन्होंने कहा की रानी लक्ष्मीबाई की धरती को अब डिफेंस कॉरिडोर के नाम से भी जाना जाएगा। उन्होंने बताया कि 38 हजार वर्गफुट क्षेत्रफल में बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण का निर्माण होने जा रहा है, जिसके लिए 6000 करोड़ रूपया दिया जा चुका। उन्होंने बताया कि इस औद्योगिक गलियारे से बुंदेलखंड में रोजगार सृजन सहित पलायन रुकेगा और रोजगार के संसाधनों में भी वृद्धि होगी, दूर क्षेत्र से लोग नौकरी के लिए यहां आएंगे। उन्होंने कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जल्द ही एयरपोर्ट बनाए जाने की जानकारी दी, उन्होंने कहा कि अब चित्रकूट और झांसी में जल्द ही एयरपोर्ट की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे उद्योगों को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा की प्रधानमंत्री द्वारा बुंदेलखंड के विकास के लिए मुझे सर्वप्रथम बुंदेलखंड जाने के निर्देश दिए थे, बुंदेलखंड आने पर मुझे बताया गया कि कनेक्टिविटी और रोजगार की कमी के कारण लोगों के इस क्षेत्र के पलायन से क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा। मुख्यमंत्री ने 2009 करोड़ रुपए की 100 विकास कार्य परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास करते हुए कहा कि सभी जनप्रतिनिधि द्वारा क्षेत्र विकास के प्रस्तावों को तुरंत ही स्वीकार किया जाता है। बुंदेलखंड में भूमिगत जल के पर्याप्त श्रोत हैं। उन्होंने बुंदेलखंड में पीने के पानी की समस्या के निवारण हेतु जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत शीघ्र ही प्रत्येक घर में आरओ पेयजल की आपूर्ति होगी, जिससे यहां के लोग निरोगी होकर अपने आर्थिक विकास में वृद्धि कर सकें।
कार्यक्रम में सांसद झांसी-ललितपुर अनुराग शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया और करोड़ों की सौगात देने पर धन्यवाद देते हुए कहा कि बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण की सौगात देने पर जहां क्षेत्र में परिवर्तन के साथ-साथ पलायन रुकेगा और क्षेत्र का विकास होगा। उन्होंने 500 बेड का सुपर स्पेशलिटी अस्पताल तैयार होने की भी जानकारी दी, इसके अतिरिक्त उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र ललितपुर में एक अरब की सड़क परियोजना पर धन्यवाद किया।
विधायक सदर रवि शर्मा ने मुख्यमंत्री का झांसी आगमन पर अभिनंदन और स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की कृपा से बुंदेलखंड जहां पलायन और गरीबी का क्षेत्र माना जाता है, अब बुंदेलखंड में मुख्यमंत्री द्वारा योजनाएं देते हुए रोजगार और विकास हो रहा है। क्षेत्र में उद्योग के बढ़ते अवसर से जहां एक और पलायन रुकेगा इसके साथ ही क्षेत्र का विकास भी तेजी से अग्रसर होगा।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा झांसी पर्यटन विकास हेतु तैयार की गई पुस्तक ‘‘गांव-गांव की गौरव गाथा’’ का विमोचन किया गया। इसके साथ राष्ट्रीय व राज्य स्त्री पुरस्कार से सम्मानित गीता देवी जल सहेली तथा ग्राम प्रधान रजनी आर्य देवी सिंहपुरा द्वारा मुख्यमंत्री जी को राखी बांधते हुए उनकी दीर्घायु की कामना की। इस अवसर पर कार्यक्रम के दौरान झांसी जिला प्रशासन द्वारा जल संरक्षण कार्यो पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम भारत सरकार, सभापति विधान परिषद कुंवर मानवेंद्र सिंह, मंत्री जल शक्ति तथा बाढ़ नियंत्रण स्वतंत्र देव सिंह, राज्य मंत्री श्रम एवं सेवायोजन मनोहर लाल मन्नू कोरी, अध्यक्ष जिला पंचायत पवन कुमार गौतम, महापौर बिहारी लाल आर्य, विधायक मऊरानीपुर रश्मि आर्या, विधायक बबीना राजीव सिंह पारीछा, विधायक गरौठा जवाहरलाल राजपूत, सदस्य विधान परिषद रमा निरंजन, सदस्य विधान परिषद डाॅ. बाबूलाल तिवारी, जिला अध्यक्ष जमुना प्रसाद कुशवाहा, महानगर अध्यक्ष मुकेश मिश्रा सहित प्रमुख सचिव सूचना एवं गृह संजय प्रसाद, मंडलायुक्त डॉ0 आदर्श सिंह, डीआईजी जोगेंद्र कुमार, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार, नगर आयुक्त पुलकित गर्ग, उपाध्यक्ष झांसी विकास प्राधिकरण आलोक यादव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस, मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद सहित अन्य विभागीय अधिकारी बड़ी संख्या में बच्चे, पार्टी कार्यकर्ता एवं आम जनमानस उपस्थित रहे।