आरोप : 20 साल पुराना दोस्त, ब्लैकमेल करने लगा

भोपाल (संवाद सूत्र)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 52 वर्षीय रेलवे में ट्रेन कंट्रोलर संजय कटारे को 27 वर्षीय लड़की से दोस्ती महंगी पड़ गई। 18 महीने में ₹600000 देने पड़े। इसके बाद भी ब्लैकमलिंग का सिलसिला बंद नहीं हुआ। अंत में जिस राज को छुपाने के लिए ₹600000 दिए थे, वह खुद अपने मुंह से अपने परिवार और पुलिस को बताना पड़ा। पुलिस ने लड़की और उसके साथी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

युवती का शिकार बने ट्रेन कंट्रोलर संजय कटारे ने भोपाल की गोविंदपुरा पुलिस को बताया कि अपने साथी कर्मचारी एवं दोस्त नृपेंद्र सिंह की बर्थडे पार्टी में उनकी मुलाकात लगभग 27 वर्षीय युवती काजल से हुई थी। पार्टी में हुई पहचान, जल्द ही दोस्ती में बदल गई और फिर दोनों ने मिलकर आनंद के निजी पल बिताए। दिसंबर 2021 में काजल ने श्री कटारे को बताया कि, मेरे बेटे के असली पिता तुम हो। उसने देखभाल और खर्चे के लिए ₹5000 मांगे। इसके बाद यह सिलसिला शुरू हो गया। तब से लेकर अब तक कुल ₹600000 दे चुके हैं लेकिन काजल की डिमांड खत्म नहीं हो रही है। वह ब्लैकमेल करती है।

श्री कटारे ने गोविंदपुरा पुलिस को बताया कि वह रेलवे में ट्रेन कंट्रोलर हैं और नेहरू नगर में रहने वाले नृपेंद्र सिंह भी उनके समकक्ष ट्रेन कंट्रोलर हैं। दोनों के बीच 20 साल पुरानी दोस्ती है। उन्हीं की बर्थडे पार्टी में काजल से मुलाकात हुई थी। जब उन्होंने काजल का फोन उठाना बंद कर दिया तो नृपेंद्र सिंह कि मोबाइल से काजल बात करने लगी। बाद में नृपेंद्र सिंह भी काजल को पैसे देने के लिए दबाव बनाने लगा।

पुलिस ने श्री कटारे की शिकायत पर काजल परमार और नृपेंद्र सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। अब इन्वेस्टिगेशन के दौरान पता लगाया जाएगा कि, यह हनीट्रैप का मामला है या फिर कोई लव स्टोरी जिसने नया मोड़ ले लिया है। हो सकता है काजल के बेटे का डीएनए टेस्ट भी कराया जाए।