केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडे को भारतीय मजदूर संघ ने भेल के कुप्रबंधन को किया उजागर

झांसी। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडे के झांसी प्रवास पर भारतीय मजदूर संघ जिला झांसी के प्रतिनिधिमंडल ने संजीव श्रृंगी ऋषि के नेतृत्व में भेल के संविदा एवं ठेका कर्मचारियों, भेल शिक्षा निकेतन के शिक्षकों की समस्याओं के विषय में 9 सूत्री ज्ञापन भेंट किया। संघ के जिला अध्यक्ष चंद्रकांत चतुर्वेदी ने मंत्री को भेल झांसी के प्रबंधन की मनमानी नीतियों एवं कार्य प्रणाली के विषय में विस्तृत जानकारी देकर बताया कि भेल जैसी नवरत्न इकाई अधिकारियों की भारी भरकम संख्या के बावजूद कुप्रबंधन का शिकार है। भेल की कुल आय से ज्यादा खर्च अधिकारियों की वेतन भत्तों एवं सुख सुविधाओं पर हो रहा है। भेल झांसी में 277 अधिकारी एवं 236 सुपरवाइजर पदस्थ है जबकि कार्य करने के लिए केवल 550 कर्मचारी ही कार्यरत हैं। विगत 32 वर्षों में भेल के 176 कर्मचारियों की मृत्यु हुई है किंतु मात्र एक कर्मचारी के आश्रित को नौकरी पर लिया गया शेष 175 कर्मचारियों के आश्रित आज भी डर-डर की ठोकने खाने के लिए मजबूर हैं।

भेल प्रबंधन द्वारा 2021-22 में 600 संविदा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया। कोरोना कॉल में दैनिक मजदूरी से 123.80 रुपए की कटौती की जा रही है जो अभी तक आज तक भी जा रही है। संविदा कर्मचारियों के विषय में तत्कालीन जिलाधिकारी आंध्र वापसी द्वारा कराए गए समझौता की एक भी समस्या का निदान भेल प्रबंधन द्वारा नहीं किया गया। संविदा कर्मचारियों की समिति द्वारा बनाई गई। सूची में 15 से 20 साल के 59 श्रमकों को सूची में शामिल न कर अपने चाहतों को शामिल कर लिया गया। भेल शिक्षा निकेतन को मनमानी ढंग से बंद कर निजी हाथों में बेचने की साजिश कर शिक्षकों की नौकरी समाप्त की जा रही है तथा कर्मचारियों के बच्चों के शिक्षा व्यवस्था में विधान उत्पन्न किया जा रहा है। संविदा कर्मचारियों के संगठन के पदाधिकारी को नौकरी से निकाल दिया गया है, भेल संविदा कर्मचारी संघ पंजीयन क्रमांक 10 129 के साथ वार्ता न करना एवं पत्राचार न करने की समस्याओं पर विस्तार से जानकारी दी। अन्य उपस्थित पदाधिकारी विभाग प्रमुख अवधेश सक्सेना, महामंत्री मुकेश मिश्रा महेश नगाइच, गीता सचान, जग भान सिंह, राजू केवट, लता साहू, द्रोपती करोटिया, निरुपमा भाटिया आदि ने भी अपनी बात को मंत्री के समक्ष रखकर समस्याओं के शीघ्र निदान की मांग की।

केंद्रीय मंत्री ने ज्ञापन की समस्याओं पर सकारात्मक कार्रवाई करने का आश्वासन देते हुए बताया की सांसद अनुराग शर्मा ने भी भेल की समस्याओं के विषय में पत्र भेजकर चर्चा की है। समस्याओं का निदान कर बेल को घाटे से उभरने के लिए सरकार कटिबंध है। इस अवसर पर दयाशंकर नायक, हेमंत विश्वकर्मा, आरके ठकुरानी, एके शुक्ला, शुभम मिश्रा, देवेंद्र कुमार शर्मा, मनोज यादव, अरविंद खरे, विनोद रजक, बृजमोहन तिवारी, संजीत मिश्रा, सुशील अग्रवाल, सतीश गुप्ता आदि उपस्थित रहे।