पुखरायां में 8 साल पहले ट्रेन पलटने से गई थी कई लोगों की जान

झांसी स्टेशन पर बदले दो नए कोच से ट्रेन को किया रवाना, आरडीएसओ की टीम करेगी जांच

कानपुर/झांसी (संवाद सूत्र)। उमरे के झांसी मंडल में कानपुर – पुखरायां के सेक्शन में एक बड़ा ट्रेन हादसा होते-होते बच गया। यहां सोमवार तड़के लगभग 3 बजे के बाद कपलिंग टूटने से गोरखपुर से मुंबई जा रही 22537 कुशीनगर एक्सप्रेस दो भागों में बंट गई। जिसके चलते ट्रेन पुखरायां स्टेशन पर करीब चार घंटे खड़ी रही। बाद में सुधार के बाद ट्रेन को झांसी के लिए रवाना किया गया। झांसी स्टेशन पर दो नए कोच बदल कर रवाना किया गया। गौरतलब है कि 8 साल पहले इसी स्टेशन (पुखरायां) पर ट्रेन पलटने से भीषण दुर्घटना हुई थी। गनीमत रही कि इस बार ऐसा कोई हादसा नहीं हुआ।

दरअसल, कुशीनगर एक्सप्रेस गोरखपुर से मुंबई जा रही थी तभी सोमवार तड़के लगभग 3 बजे के कानपुर के पुखरायां स्टेशन से पहले S-2 कोच की कपलिंग टूट गई और ट्रेन दो हिस्सों में विभाजित हो गई। जब ट्रेन पुखराय रेलवे सेक्शन के मलासा स्टेशन से सुबह 2:51 पर निकली और गेट नम्बर 200 पर ट्रेन चालक ने 3 बजे सुबह स्टेशन पर सूचना दी कि प्रेशर ड्राप होने से ट्रेन खड़ी हो गई है। आधा घंटे की खोजबीन करने पर पता चला कि कपलिंग टूटने के कारण खड़ी हो गई है और चार डिब्बे ट्रेन के साथ हैं बाकी पीछे रह गए हैं। 13. 48 पर ट्रेन अपने साथ 4 डिब्बे लेकर पुखरायां स्टेशन आ गई। वहीं 4 बजे मलासा से सहायता इंजन भेजा गया जो छूटे डिब्बों को लेकर पुखरायां आया तब छूटे डिब्बों को ट्रेन के साथ जोड़ा गया। फिर S-2 कोच के यात्रियों दूसरे कोच की सीटों पर व्यवस्थित किया गया और उन्हें गंतव्य तक भेजा गया। इस कवायद में लगभग चार घंटे विलम्बित रही ट्रेन। चार घंटे बाद 7:15 पर ट्रेन अपने गंतव्य की ओर रवाना हो सकी।

कुशीनगर एक्सप्रेस सुबह 9.47 बजे वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन पर आकर खड़ी हो गयी। यहां से एस-1 और एस-2 कोचों को ट्रेन से अलग किय गया। दो नए कोच लगाकर ट्रेन को करीब 11 बजे गंतव्य स्थान की ओर रवाना किया गया। इस घटना से 20197 प्रथम स्वतंत्रता संग्राम एक्सप्रेस कई मिनट से प्रभावित हुई है। इधर, घटना की सूचना मिलते ही मुख्यालय से अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) आर डी मौर्य मय स्टॉफ के साथ मौके पर पहुंच गए। इस घटनाक्रम की आरडीएसओ की टीम जांच करेगी।

इस मामले पर पुखरायां स्टेशन के इंचार्ज नंद कुमार से जब मीडिया ने सवाल किए तो उन्होंने कहा हमने अपने झांसी मुख्यालय के अधिकारियों को पूरी घटना बता दी है। वह घटना के समय ड्यूटी पर नहीं थे दूसरे अधिकारी ड्यूटी पर थे। ट्रेन में कोई बड़ी घटना नहीं हुई, न कोई जन हानि हुई और न ही कोई घायल हुआ। ट्रेन के कोच की कपलिंग टूट गई थी। कोच को अलग करके ट्रेन को आगे रवाना कर दिया गया। जिस डिब्बे की कपलिंग टूटी उसकी अब जांच होगी।

इस घटनाक्रम ने सवाल खड़ा कर दिया है कि जब ट्रेन गोरखपुर से चलती है उसकी विधिवत चेकिंग होती है। ट्रेन एग्जामिनर हर कोच की कपलिंग को चेक करते हैं फिर रास्ते में ट्रेन की कपलिंग कैसे टूट गई ? हजार किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा करने वाली ये एक्सप्रेस ट्रेन अगर स्पीड में होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।