पर्यटन में रोजगार की अपार संभावनायें: प्रो० मुकेश पाण्डेय

झांसी। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान द्वारा विश्व पर्यटन दिवस के उपलक्ष्य में महारानी लक्ष्मीबाई के ऐतिहासिक किले से इलाइट चौराहा, इलाहाबाद बैंक चौराहा, सदर बाजार, कचहरी चौराहा, बस स्टैंड होते हुए विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार तक ढ़ोल नगाड़े व डीजे संगीत के साथ भव्य पर्यटन जागरूकता एवं सांस्कृतिक शोभायात्रा निकाली गई। इस अवसर पर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो मुकेश पाण्डेय ने सभी को यूएनडब्ल्यूटीओ द्वारा जारी इस वर्ष के विश्व पर्यटन दिवस के थीम ग्रीन इंवेस्टमेंट्स के अनुरूप पर्यटन स्थलों, पर्यावरण, सौर ऊर्जा व पर्यटन के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की उपयोग हेतु प्रतिज्ञा दिलाई। इसीक्रम में शोभायात्रा को कुलपति प्रो मुकेश पाण्डेय, हरगोविंद कुशवाहा, पर्यटनविद मुकुंद मेहरोत्रा, आईटीएचएम के निदेशक प्रो सुनील काबिया, सुरेंद्र सिंह, प्रो एस के कटियार, प्रदीप तिवारी आदि अतिथियों द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।

ऐतिहासिक किले के प्रांगण में कुलपति प्रो मुकेश पाण्डेय,  हरगोविंद कुशवाहा, पर्यटनविद मुकुंद मेहरोत्रा, आईटीएचएम के निदेशक प्रो सुनील काबिया, सुरेंद्र सिंह, प्रो एस के कटियार, प्रदीप तिवारी आदि अतिथियों ने शांति व सम्पन्नता के प्रतीक कबूतरों व गुब्बारों को हवा में छोड़कर बुंदेलखंड क्षेत्र में शांतिपूर्ण व समृद्धिदायक पर्यटन विकास की शुभकामनाएं व्यक्त की। इस अवसर पर कुलपति प्रो मुकेश पाण्डेय ने कहा कि पूर्ण विकसित पर्यटन के लिए शांतिपूर्ण व सुरक्षित परिवेश का होना अत्यंत आवश्यक है ऐसे में पर्यटन उद्योग का विस्तार इस सम्पूर्ण बुंदेलखंड क्षेत्र में रोजगार के अपार संभावनाओं का द्वार खोलेगा। उन्होंने कहा कि विश्विद्यालय में स्थापित पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान गत ढ़ाई दशक से अपने छात्रों को न सिर्फ  टूरिज्म व खानपान तकनीकी का शिक्षण प्रशिक्षण दे रहा है अपितु अपने शोध, अन्वेषण व रचनात्मक कार्यक्रमों के माध्यम से इस क्षेत्र में आ रही समस्याओं के निराकरण का कार्य भी करता आ रहा है।

विभिन्न राज्यों की वेशभूषा के मध्य “हमाओ बुन्देलखण्ड” बना रहा आकर्षण का केंद्र

शोभायात्रा के दौरान जब ट्रॉलों पर विभिन्न राज्यों की पारंपरिक वेशभूषा धारण किये छात्र-छात्राओं का दल नाचते गाते शहर के बीच से गुजरा तो राहगीरों की नजरें बरबस “हमाओ बुन्देलखण्ड” थीम पर सजे ट्रक पर ठहर गई, सभी ने आईटीएचएम के इस पहल की मुक्तकंठ से प्रसंशा की। इसी दौरान ट्राली पर शेफ के यूनिफार्म में गैस चूल्हे पर लाइव करतब करते होटल प्रबन्धन के छात्रों ने में लोगों का मन मोह लिया। इस अवसर पर मुकुंद मेहरोत्रा ने कहा कि हमारा बुंदेलखंड क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है, यहाँ की ऐतिहासिक धरोहरें, किले, स्मारक व प्राकृतिक सम्पदायें वैश्विक पर्यटकों को लुभाने में सक्षम हैं बस आवश्यकता है तो इस प्रकार के रचनात्मक कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें विश्व पटल पर स्थापित करने की।

विश्वविद्यालय परिसर में भी दिखा विश्व पर्यटन दिवस का उत्साह

पर्यटन जागरूकता एवं सांस्कृतिक शोभायात्रा जब शहर से गुज़र कर विश्वविद्यालय परिसर में पहुंची तो विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राओं ने भी आगे बढ़ कर नाचते गाते हुए प्रतिभाग किया और झाँसी को पर्यटन के विश्व मानचित्र पर स्थापित करने के संकल्प को दुहराया, इस दौरान यात्रा में शामिल आईटीएचएम के शिक्षकों व छात्र-छात्राओं ने सभी विभागों के शिक्षकों व विद्यार्थियोंW को विश्व पर्यटन दिवस की शुभकामनायें दी। इस अवसर पर पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान के निदेशक प्रो० सुनील काबिया ने बताया कि आईटीएचएम लगभग 25 वर्षों से विश्व पर्यटन दिवस का आयोजन करता आ रहा है इसीक्रम में इस वर्ष भी पर्यटन जागरूकता व सांस्कृतिक शोभायात्रा के माध्यम से आमजनमानस में पर्यटन उद्योग के प्रति सकारात्मक परिवर्तन के उद्देश्य से बहुआयामी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें निकट भविष्य में पर्यटन व आतिथ्य उद्योग के होने वाले मजबूत स्तम्भो विशेषकर पर्यटन व होटल प्रबन्धन के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ अन्य गणमान्य नागरिकों को भी कार्बन उत्सर्जन में कटौती करते हुए सामान्य मानविकी, पर्यावरण व धरती की आधारभूत प्राकृतिक संरचना को बिना नुकसान पहुँचाये पर्यटन उद्योग व गतिविधियों के विकास हेतु संकल्प दिलाया गया।

पर्यटन की दृष्टि से झांसी एवं सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड क्षेत्र के प्रमुख आकर्षण व 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के साक्षी महारानी लक्ष्मीबाई के ऐतिहासिक समरांगण में कुलपति प्रो० मुकेश पाण्डेय, अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान के उपाध्यक्ष व दर्जप्राप्त राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा, पर्यटनविद मुकुंद मेहरोत्रा, आईटीएचएम के निदेशक प्रो सुनील काबिया, सुरेंद्र सिंह, प्रो एस के कटियार, प्रदीप तिवारी, डॉ नुपुर गौतम, डॉ ममता पांडेय, प्रो सीबी सिंह आदि को स्मृति चिन्ह व पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर डॉ संजय निभोरिया, डॉ ऋषि सक्सेना, डॉ सुधीर द्विवेदी, रमेश चंद्रा, डॉ जीके श्रीनिवासन, आशीष सेठ, डॉ प्रणव भार्गव, सत्येंद्र चौधरी, मुकुल खरे, मेधा जयसवाल, जयकिशन पुरोहित, अनिल बोहरे, अतुल खरे, अनुपम व्यास, सूबेदार मेजर जयप्रकाश, हवलदार कुलविंदर सिंह, अंकुर चाचरा, अभिषेक जोशी, निशांत पुरवार, आस्था सिंह, हेमन्त चंद्रा, हितिका यादव, ऋषभ पराशर, पराग लोहिया, अनामिका वर्मा, वंदना बाथम, पारस वर्मा,  रविकांत, अनिरुद्ध, अजय कुशवाहा व बीयू एनसीसी के कैडेट्स उपस्थित रहे।