दोषी शिक्षक पर कार्रवाई तक आंदोलन जारी रखने का अल्टिमेटम

झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में परीक्षा में पास कराने के नाम पर शिक्षकों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विरोध प्रदर्शन किया और भ्रष्टाचारी शिक्षकोें का पुतला भी फूंका।

दरअसल बीयू में कृषि संकाय में प्रायोगिक परीक्षा के नाम पर छात्रों से 100 से लेकर हजार रूपये तक वसूले जाने से छात्रों में आक्रोश है। इस मामले में दोषी शिक्षकों के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने मोर्चा खोल दिया है। इसी क्रम में शनिवार को परिषद् के तत्वावधान में बड़ी संख्या में छात्र विरोध प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय गेट पर धरने पर बैठे और भ्रष्टाचारी शिक्षकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसी बीच छात्रों ने मिलकर भ्रष्टाचारी शिक्षकों का पुतला भी फूंक दिया। छात्रों का आरोप है कि कृषि संकाय में प्रायोगिक परीक्षा (प्रैक्टिकल पेपर) के नाम पर छात्रों से 100 से लेकर हजार रूपये तक शिक्षकों ने वसूल किये ।

एबीवीपी के अध्यक्ष विकास शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय के कृषि संकाय में प्रायोगिक परीक्षा के नाम पर छात्रों से की जा रही अवैध वसूली को लेकर प्रशासन को संगठन की ओर से दो महीने से पहले भी ज्ञापन सौंपा गया था।यह ज्ञापन कुलपति मुकेश पाण्डेय को दिया गया था लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी। श्री शर्मा ने कहा उसी का नतीजा रहा कि आरोपी शिक्षक ने छात्रों को अपने चेंबर में बुला कर जबरन एक प्रार्थना पत्र पर हस्ताक्षर कराये जिसमें लिखा था कि उन्होंने या किसी अन्य शिक्षक ने छात्रों से कोई पैसा नहीं लिया है जबकि हकीकत यह है कि सभी से पैसा लिया गया है।

उन्होंने बताया कि कृषि संकाय में 300 छात्र हैं और सभी से रुपए लिए गये हैं। इनसे 100 से लेकर 1000 रूपये तक की वसूली की गयी है। जब इस पर हो हल्ला हुआ तो कुछ शिक्षकों ने पैसे लौटाये लेकिन एक शिक्षक ने रुपए नहीं लौटाये उल्टा दबाव बना कर छात्रों से लिखवा लिया कि किसी से कोई पैसा नहीं लिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि वसूली प्रकरण को लेकर शिकायत करने वाले छात्रों को प्रायोगिक परीक्षा में बहुत ही कम अंक दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं होने पर प्रदर्शन किया गया है और न्याय मिलने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने मांग की कि आरोपी शिक्षकों को निष्कासित किया जाए और जिन भी छात्रों से पैसे लिए गये हैं उनके पैसे वापस किये जाएं।

जांच होगी, दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी प्रदर्शन के दौरान छात्रों और शिक्षकों के बीच नोंकझोंक भी हुई और मामले ने तूल पकड़ लिया। इस पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर सामने आये और कहा कि छात्रों के प्रदर्शन से संज्ञान में आया है कि कृषि संकाय में शिक्षकों ने प्रायोगिक परीक्षा के नाम पर छात्रों से पैसे लिए हैं, इस मामले में पूरी जांच करायी जायेगी और दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी। शिक्षा को दलाली का अड्डा नहीं बनने दिया जायेगा।